सूचना पर अतिरिक्त कलक्टर मुकेश कलाल रावतभाटा तो पहुंच गए, लेकिन मार्ग बंद होने से भैंसरोडगढ़ नहीं पहुंच पाए। एडीएम ने बच्चों के परिजनों से मिलकर बातचीत कर समझाइश की। उन्होंने बताया कि सभी बच्चे सुरक्षित है। उनके आवास और भोजन आदि की प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्था करवा दी गई है। उन्होंने बताया कि राणा प्रताप सागर बांध के गेट खोलने से पहले सायरन बजाया गया था और चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने बच्चों की छुट्टी नहीं की और लापरवाही बरती। इस संबंध में जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। पानी का लेवल कम होने के बाद बच्चों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचा दिया जाएगा। अतिरिक्त कलक्टर स्वयं भी रविवार पूरी रात रावतभाटा में ही डेरा डाले रहे। उन्होंने बताया कि बच्चों के पास रावतभाटा, भैंसरोडगढ़ थानाधिकारी, पटवारी, तहसीलदार, गिरदावर और सचिव के साथ ही चिकित्सक भी रविवार अपराह्न बाद भैंसरोडग़ढ़ पहुंच गए।