इसी प्रकार जिले की 11 पंचायत समितियों के कुल 669 उम्मीदवारों के द्वारा दाखिल 701 नामांकन पत्रों में से 249 नामांकन पत्र निरस्त करने के बाद 443 उम्मीदवारों के 452 नामांकन पत्र शेष रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा नामाकंन कपासन में एवं सबसे कम नामाकंन राशमी में निरस्त किए गए।
पंचायत समितिवार निरस्त किए गए नामांकन पत्रों में कपासन में 38, भूपालसागर में 32, राशमी में 5, बेगूं में 12, भैंसरोडग़ढ़ में 9, बड़ीसादड़ी में 31, डूंगला में 16, भदेसर में 21, गंगरार 40, निम्बाहेड़ा में 20 एवं चित्तौडग़ढ़ में 25 नामांकन पत्र निरस्त किए गए है। नामांकन पत्रों के निरस्त के बाद पंचायत समिति कपासन में 48, भूपालसागर में 55, राशमी में 44, बैंगू में 31, भैंसरोडग़ढ़ में 30, बड़ीसादड़ी में 40, डूंगला में 38, भदेसर में 40, गंगरार में 42, निम्बाहेड़ा में 38 एवं चित्तौडग़ढ़ में 46 नामांकन पत्र शेष रहे हैं।
पंचायत आम चुनाव 2020 कार्यक्रम के अन्तर्गत प्राप्त आवेदन पत्रों की चित्तौडग़ढ़ पंचायत समिति के रिटर्निंग अधिकारी श्याम सुन्दर विश्रोई ने नामाकंनों की समीक्षात्मक जांच की गई। विश्नोई ने बताया कि २१ वार्डो के लिए कुल 71 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। उनकी समीक्षा एंव जाँच के पश्चात् 26 आवेदन पत्र अस्वीकार किये गये है।
नामाकंन पत्रों की जांंच के दौरान जिला परिषद के लिए कांग्रेस से पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत, पूर्व उपजिला प्रमुख जनक सिंह, भाजपा से पूर्व न्यास अध्यक्ष सुरेश झंवर, डेयरी अध्यक्ष बद्रीलाल जाट, प्रदीप काबरा मौजूद रहे तो पंचायत समिति के लिए सभापति संदीप शर्मा, नगर कांग्रेस अध्यक्ष प्रेमचंद मूंदड़ा, भाजपा से पूर्व प्रधान प्रवीण सिंह राठौड़ अािद अपने विधि सलाहकारों के साथ मौजूद रहे।
वहीं बेगूं उपखण्ड के भैसरोडगढ़ पंचायत समिति के वार्ड ४ भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश धाकड़ के खिलाफ भैसरोडग़ढ़ रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि १९९५ के बाद तीन संतान होने की शिकायत दी। इस पर रिटर्निंग अधिकारी को शिकायत के साथ जनआधार कार्ड, राशन कार्ड, भामाशाह कार्ड की प्रतिलिपि दी गई जिसमें तीन संतान होने के प्रमाण पत्र है। इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर लक्ष्मण गुर्जर ने इसकी शिकायत के बाद भी नामाकंन को स्वीकार कर लिया। इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से कर कार्रवाई की मांग की गई है।