बाल श्रम दिवस पर होटल में मजदूरी करता मिला बालक
सरकार के लाख जतन के बाद भी बाल श्रम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आर्थिक हालात से जूझ रहे परिवारों के बच्चों के लिए होटलों पर बर्तन साफ करने जैसी मजदूरी अब मजबूरी बनती जा रही है। ऐसा ही एक मामला रविवार को विश्व बाल श्रम दिवस पर सामने आया, जब एक बालक होटल पर मजदूरी करते पाया गया।
चित्तौड़गढ़
Published: June 12, 2022 10:15:11 pm
चित्तौडग़ढ़
सरकार के लाख जतन के बाद भी बाल श्रम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आर्थिक हालात से जूझ रहे परिवारों के बच्चों के लिए होटलों पर बर्तन साफ करने जैसी मजदूरी अब मजबूरी बनती जा रही है। ऐसा ही एक मामला रविवार को विश्व बाल श्रम दिवस पर सामने आया, जब एक बालक होटल पर मजदूरी करते पाया गया।
बस्सी थाने के बाल कल्याण अधिकारी प्रकाशचन्द्र ने एक बाल श्रमिक को होटल पर मजदूरी करते दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। पड़ताल करने पर सामने आया कि बालक के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने तथा एक माह पहले ही उसके सिर से पिता का साया उठ जाने से होटल पर जूठन साफ करने की राह इसलिए पकडऩी पड़ी कि परिवार में अब कमाने वाला कोई नहीं बचा। बालक की माता से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि परिवार के आर्थिक हालात ठीक नहीं है। बालक आठवीं कक्षा का छात्र है और आगे भी पढने की इच्छा रखता है पर मजबूरी में उसे मजदूरी करने भेजना पड़ा। बालक को इस होटल पर हर माह बतौर वेतन पांच हजार रूपए दिए जाते थे और बदले में देर रात तक उससे काम करवाया जाता था। समिति ने बालक की इच्छा पर उसकी माता को सौंप दिया।
बालक के बारे में श्रम विभाग के श्रम निरीक्षक को अलग से सूचना दी गई, जिसमें बालक के न्यूनतम वेतन और बकाया वेतन तथा अवकाश के दिनों का वेतन दिलाने के लिए काउंसलिंग की गई। राज्य सरकार की कई योजनाओं से जोडऩे के लिए अनुशंसा करने तथा विधिक सेवा प्राधिकरण से पीडि़त प्रतिकर राशि दिलाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सीडब्ल्यूसी की बैठक में की जाएगी।
अब तक होता यह आया है कि पुलिस होटल-ढाबों पर मजदूरी करने वाले बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश तो कर देती है पर उन बच्चों की इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है कि आखिर किन परिस्थितियों में उन बच्चों को होटल-ढाबों पर जूठन साफ करनी पड़ रही है। जाहिर सी बात है कि अधिकांश मामलों में परिवार के आर्थिक हालात खराब होने, माता-पिता या दोनों में से किसी एक का साया उठ जाने जैसी मुख्य वजह होती है। ऐसे परिवारों के आर्थिक हालात में सुधार लाने की दिशा में सरकारी स्तर पर किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।

बाल श्रम दिवस पर होटल में मजदूरी करता मिला बालक
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
