डूंगला. क्षेत्र के प्रमुख जल स्रोत वागन बांध से रबी फसल 2021.22 के लिए सिंचाई के लिए जल वितरण की एक बैठक वागन बांध स्थित हनुमान मंदिर में हुई। जिसमें बैठक के लिए गए निर्णय अनुसार पहली रैलनी के लिए एक दिसंबर से नहरें खोली जाएगी। बांध स्थल पर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बताया गया कि वर्तमान में बांध में 2.80 मीटर पानी भरा हुआ है इसमें से बड़ी सादड़ी में पेयजल हेतु सील लेवल से आधा मीटर तक पानी रखा जाएगा। शेष पानी जिसकी भराव क्षमता 399.76 एमसीएफटी है। यह पानी रबी फसल सिंचाई के लिए छोड़ा जाएगा।
बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार रेलनी के लिए एक दिसंबर से 20 दिसंबर तक दाईं मुख्य नहर व बाईं मुख्य नहर तथा आलोद माइनर से 3 दिसंबर से पानी छोड़ा जाएगा। इसके बाद प्रथम पिलाई के लिए एक जनवरी से पुन: नहरें खोली जाएगी एवं आधा मीटर तक पानी रहने के बाद बंद कर दी जाएगी। बताया गया कि मुख्य नहरों की सफाई विभाग द्वारा कराई जाएगी एवं कोई भी किसान ओड़े लगाकर या पंप लगाकर सिंचाई नहीं करेगा तथा पानी की चोरी करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा जिला कलक्टर ने पानी व्यर्थ नहीं जाने देने तथा नहरों की सफाई होने के बाद ही खोलने के निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता अख्तर जमीलए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता पुष्पेंद्र सैनी, जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रतीक सिंह राठौड़, विभाग के जितेंद्र कुमार मीणा, रोड़ी लाल मेघवाल, पटवारी दीपशिखा जैन सहित काश्तकार मौजूद थे। जिला कलक्टर ने बांध का अवलोकन किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।