scriptबैंंक डाका, गार्ड और ग्राहकों को बनाया बंधक, 33 लाख ले गए डकैत | Bank robbery, guards and customers made hostage, dacoits taken 33 lakh | Patrika News

बैंंक डाका, गार्ड और ग्राहकों को बनाया बंधक, 33 लाख ले गए डकैत

locationचित्तौड़गढ़Published: Apr 03, 2021 10:39:01 pm

Submitted by:

Avinash Chaturvedi

चित्तौडग़ढ़.जिले के निम्बाहेड़ा कस्बे में सबसे व्यस्तम मार्ग उदयपुर रोड स्थित निजी बैंक में शनिवार सुबह नकाबपोश डकैतों ने धावा बोला। यहां बैंक में घुसकर डकैतों ने पिस्टल की नोंक पर गार्ड और ग्राहक को बंधक बनाया लिया। उसके बाद ३३ लाख ६७ हजार रुपए लूटकर फरार हो गए। इस दौरान संघर्ष करने पर एक बैंककर्मी की पिटाई कर दी। इससे वह घायल हो गया। घायल बैंककर्मी को चिकित्सालय ले जाया गया। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। उदयपुर रेंज आईजी सतवीरसिंह व चित्तौडग़ढ़ पुलिस अधीक

बैंंक डाका, गार्ड और ग्राहकों को बनाया बंधक, 33 लाख ले गए डकैत

बैंंक डाका, गार्ड और ग्राहकों को बनाया बंधक, 33 लाख ले गए डकैत

चित्तौडग़ढ़.जिले के निम्बाहेड़ा कस्बे में सबसे व्यस्तम मार्ग उदयपुर रोड स्थित निजी बैंक में शनिवार सुबह नकाबपोश डकैतों ने धावा बोला। यहां बैंक में घुसकर डकैतों ने पिस्टल की नोंक पर गार्ड और ग्राहक को बंधक बनाया लिया। उसके बाद ३३ लाख ६७ हजार रुपए लूटकर फरार हो गए। इस दौरान संघर्ष करने पर एक बैंककर्मी की पिटाई कर दी। इससे वह घायल हो गया। घायल बैंककर्मी को चिकित्सालय ले जाया गया। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। उदयपुर रेंज आईजी सतवीरसिंह व चित्तौडग़ढ़ पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव भी घटनास्थल पर पहुंचे। लुटेरों की तलाश में जिलेभर में नाकाबंदी कराई गई, लेकिन लुटेरों का सुराग नहीं लग पाया। कोतवाली में डकैती और आम्र्स एक्ट में मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार सुबह ११ बजकर ४० मिनट पर बैंककर्मी रोजाना की तरह कामकाज में लगे हुए थे। दो व्यक्ति बैंक में घुसे और लोन ऑसिफर के पास पहुंच कर लोन के बारे में पूछताछ करने लगे। उसके बाद इशारा पाकर तीन और साथी बैंक में घुसे। वह कैशियर तक पहुंच गए। इनमें से एक ने पिस्टल निकाल ली। इससे बैंक में अफरा-तफरी मच गई। लुटेरों ने हथियार से धमका कर वहां मौजूद गार्ड और ग्राहकों को बंधक बना लिया। सभी ने मास्क लगा रखा था।
कैशियर पर भी ताना हथियार, अलार्म को लात मारकर तोड़ा
डकैतों ने कैशियर सलमान पर पिस्टल तान दी। उससे नकदी निकालने के लिए कहा। इससे डरकर कैशियर काउंटर के नीचे बैठ गया। कैशियर ने आपातकालीन दो अलार्म भी दबाए। डकैतों ने अलार्म को लात मारकर तोड दिया। कैशियर के रूम में घुसकर वहां रखी नकदी साथ लाए बैग में भर ली। कैशियर से स्ट्रॉग रूम की चॉबी मांगी। कैशियर ने कहा कि स्ट्रॉंग रूम की चॉबी मैनेजर के पास होती है। लेकिन वह बाहर गए है।
धमका कर बैठा दिया सबको, ताकी कोई हरकत ना हो
इस बीच एक डकैत के इशारे पर अन्य साथियों ने पिस्टल तानकर वहां मौजूद गार्ड समेत दस-बारह जनों को एक जगह बैठा दिया। उन पर पिस्टल ताने रखी। इस दौरान बैंक के अंदर आए गोल्ड लोन मैनेजर रोबिनसिंह हाड़ा को भी डकैतों ने पकड़ लिया। उसके विरोध करने पर उस पर पिस्टल के बट से वार करके घायल कर दिया। डकैत महिला ग्राहक की लगभग एक तोला वजनी सोने की चैन व 10 हजार रुपए उससे छीन लिए। बैंक से ३३ लाख ६७ हजार रुपए की डकैत नकदी ले गए।
दस मिनट रूके, बाइक पर भागे
डकैतों दस मिनट तक बैंक में रहे। नकदी समेटने के लिए बाद दो मोटरसाइकिलों पर भाग गए। घटना से दहशत में आए गार्ड और ग्राहकों ने उनके जाने के बाद शोर मचाया। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस उपाधीक्षक जगराम मीणा, कोतवाली प्रभारी हरेन्द्रसिंह सौदा, सदर थानाप्रभारी फूलचंद टेलर जाप्ते के साथ वहां पहुंचे। बैंककर्मियों से घटना की जानकारी ली। पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी करा दी। बैंक के सीसी टीवी फुटेज में घटना कैद हो गई। पुलिस फुटेज के आधार पर डकैतों की तलाश कर रही है। वहीं काउंटर पर मौजूद केश की गणना की जा रही है। उसके बाद ही वास्तविक नकदी का पता लग पाएगा। पुलिस ने बैंक मैनेजर प्रभोजोतसिंह की रिपोर्ट पर डकैती और आम्र्स एक्ट में मामला दर्ज किया है।
आग की तरह फैली खबर, लोग रह गए दंग
डकैती की खबर कस्बे समेत जिले में आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में लोग बैंक के बाहर जमा हो गए। बड़ी वारदात से लोगों में दहशत का माहौल हो गया। वहीं बैंक में बंधक बनाए ग्राहक सदमे में आ गए। पुलिस ने ग्राहकों से पूछताछ कर लुटेरों का हुलिया जानने का प्रयास किया।
एटीएम के पास भरी मैग्जीन मिली, सीसी टीवी में कैद हुए डकैत
पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से छानबीन की तो बैंक परिसर में लगे एटीएम के पास एक भरी हुई मैग्जीन मिली। यहीं मैग्जीन पिस्टल में लगाई जाती है। पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। घटनाक्रम बैंक परिसर में लगे सीसी टीवी फुटेज में कैद हो गई। डकैतों का चेहरा भी फुटेज में आ रहा है। हालांकि उन्होंने मास्क लगा रखा है। पुलिस ने हुलिए को सोशल मीडिया के आधार पर प्रसारित करवाया। ताकी कोई उनके बारे में सुराग दे सकें।
बनाई विशेष टीम, साइबर टीम की भी मदद
वारदात के खुलासे के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मतसिंह की अगुवाई में विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस उस क्षेत्र की मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल निकलवा रही है। इसके लिए साइबर टीम की मदद ली गई है। वहीं क्षेत्र से गुजरने वाले राजमार्ग पर टोलनाके के फुटेज में लुटेरों का सुराग लगाने का प्रयास किया जा रहा है। मध्यप्रदेश सीमा पर भी सख्त नाकाबंदी कराई गई। उधर, जिला मुख्यालय से एफएसएल की टीम भी निम्बाहेड़ा पहुंची।
नहीं था गार्ड के पास हथियार, वारदात से पहले रैकी
गार्ड की जिम्मेदारी बैंक की सुरक्षा की थी। लेकिन उसके पास हथियार तक नहीं था। बैंक में घुस डकैतों ने इसका फायदा उठाया। पुलिस अधीक्षक भार्गव का मानना है कि वारदात से पहले रैकी हुई है। लुटेरों को पता था कि बैंक में बड़ी नकद राशि है और गार्ड के पास हथियार नहीं है। एेसे में गार्ड असहाय होकर बैठा रहा। माना जा रहा है कि इसमें किसी जानकार का भी हाथ हो सकता है।
डकैतों की उम्र २५ से ३५ वर्ष, हिन्दी में कर रहे थे बात
प्रत्यादर्शियों के अनुसार डकैतों की उम्र 25 से 35 वर्ष के बीच थी। वह हिन्दी में बात कर रहे थे। डकैतों में एक ने सफेद रंग की शर्ट, नीली जींस व सफेद चप्पल पहन रखी थी। दूसरे ने चौकडी की शर्ट व नीली जींस व मोटा चश्मा लगा रखा था। एक ने सफेद शर्ट में था। एक ने पूरी आस्तिन की टी-शर्ट व जींस पहन रखी थी। उसने कैप भी लगा रखी थी। उसके कंधे पर एक नीले रंग का बैग था व एक अन्य ने नेवी ब्लू शट व जींस पहन रखी थी। इससे पूर्व भी इसी बैंक के बाहर से नकदी छीनने की वारदात हो चुकी है।
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