चित्तौड़गढ़

बोगस ग्राहक भेजे तो सामने आ गई यूरिया की कालाबाजारी

खरीफ की बुवाई होते ही जिले में यूरिया की काला बाजारी शुरू हो गई है। ऐसे ही तीन मामले कृषि विभाग की टीम ने बुधवार को कपासन क्षेत्र के स्टेशन पाण्डोली गांव में बोगस ग्राहक भेजकर पकड़े हैं। इन तीनों विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित करने की अनुशंसा की गई है।

चित्तौड़गढ़Jul 30, 2021 / 03:52 pm

jitender saran

बोगस ग्राहक भेजे तो सामने आ गई यूरिया की कालाबाजारी

चित्तौडग़ढ़
कृषि विभाग के सहायक निदेशक डॉ. शंकरलाल जाट को बुधवार को शिकायत मिली कि स्टेशन पाण्डोली गांव में यूरिया विक्रेता किसानों के साथ यूरिया की काला बाजारी कर रहे हैं। शिकायत विश्वसनीय होने से डॉ. जाट ने इसके सत्यापन के लिए बोगस ग्राहक बनाकर स्टेशन पाण्डोली भेजे। वहां तीन खाद विक्रेताओं ने बोगस ग्राहक से यूरिया के एक कट्टे के २८० से २९० रूपए मांगे। जबकि इसका वास्तविक मूल्य 266.50 रूपए प्रति कट्टा हैं। शिकायत का सत्यापन होते ही सहायक निदेशक डॉ. जाट सहित कृषि अधिकारी फसल रामजस खटीक, कृषि पर्यवेक्षक करण सिंह राजपूत आदि स्टेशन पाण्डोली पहुंचे और वहां उर्वरक विक्रेता मैसर्स जैन किराणा खाद भण्डार, नाकोड़ा खाद-बीज भण्डार तथा महावीर खाद-बीज भण्डार के आदान परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मैसर्स जैन किराणा खाद भण्डार पर मूल्य सूची व स्टॉक १२ जनवरी २०२१ को प्रदर्शित किया हुआ मिला। स्टॉक रजिस्टर व बिल बुक का संधारण किया हुआ नहीं मिला। मौके पर मिले स्टॉक व वास्तविक स्टॉक में अंतर पाया गया। किसानों ने भी इस विक्रेता की ओर से यूरिया की कालाबाजारी करने की शिकायत की थी। यूरिया के 45 किलोग्राम वजनी बैग की कीमत 266.50 रूपए ही है, लेकिन किसानों से प्रति बैग २८० से २९० रूपए वसूल किए जा रहे थे। मौके पर मौजूद किसानों को यूरिया की अधिक ली गई राशि विक्रेता को लौटानी पड़ी।
मैसर्स नाकोड़ा खाद बीज भण्डार पर मूल्य सूची व स्टॉक प्रदर्शित किया हुआ नहीं था। स्टॉक रजिस्टर एवं बिल बुक का संधारण नहीं पाया गया। मौके पर मिले स्टॉक व वास्तविक स्टॉक में अन्तर पाया गया। मौके पर अनुज्ञा पत्र भी नहीं पाया गया। इसी तरह मैसर्स महावीर खाद बीज भण्डार के विक्रय परिसर पर मूल्य सूची व स्टॉक प्रदर्शित किया हुआ नहीं था। स्टॉक रजिस्टर व बिल बुक का संधारण नहीं पाया गया। तीनों खाद विक्रेताओं द्वारा उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन होना पाया जाने पर तीनों के लाइसेंस निलंबित करने के लिए उप निदेशक कृषि विस्तार को अनुशंसा की गई है।
टीम पहुंचते ही मचा हड़कंप
स्टेशन पाण्डोली में खाद की काला बाजारी की पुष्टि होने पर टीम के वहां पहुंचते ही खाद विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। वहां बड़ी संख्या में किसान भी एकत्रित हो गए, जो खाद विक्रेताओं की ओर से यूरिया की काला बाजारी करने की शिकायत कर रहे थे।
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