यह जानकारी उसके बड़े भाई राजा उर्फ शाबाश शेख (24) को मिली तो वह घर से दौड़कर खदान पर पहुंचा और नाजिया को बचाने के लिए खदान में कूद गया। कुछ ही देर में बहन-भाई दोनों डूब गए। सूचना मिलते ही करीब 6.24 बजे जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, उपखण्ड अधिकारी श्याम सुंदर विश्नोई, सदर थाना प्रभारी दर्शनसिंह राठौड़, कोतवाल तुलसीराम प्रजापति सहित पुलिस जाप्ता, सिविल डिफेंस टीम के गोताखोर, फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचे। गोताखोरों ने खदान में बहन-भाई की तलाश शुरू की।
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नव विवाहित दम्पती ने विषाक्त पदार्थ खाकर दी जान, नौ माह पहले ही हुई थी शादी रात करीब 8.25 बजे गोताखोरों ने शाबाश व नाजिया के शव खदान से निकाल लिए। हाड कंपा देने वाली सर्दी में खदान के ठण्डे पानी में उतरे गोताखोर नारायणलाल, रतनलाल, राजकुमार, रामलाल, चैनाराम, पुष्कर व विक्रम की प्रशासन ने सराहना की है। पुलिस ने दोनों शव सांवलिया जी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं। रविवार को सुबह पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।