चिटफण्ड कंपनी के संचालकों की जमीनों का रिकार्ड कब्जे में लिया
चित्तौड़गढ़Published: Jul 26, 2019 10:13:16 pm
पीयर्स एलाइड कॉर्पोरेशन सहित कई कंपनियां खोलकर ज्यादा ब्याज के जरिए लोगों का धन दोगुना करने और भूखण्ड का लालच देकर करोड़ों रूपए डकारने के मुख्य आरोपी एवं कंपनी के निदेशक की ओर से विभिन्न जगहों पर खरीदी गई जमीनों का रिकार्ड कोतवाली पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। आरोपी के दो बैंक खातों में जमा करीब सवा करोड़ रूपए की राशि भी पुलिस रूकवा चुकी है।
-कोतवाली पुलिस की कार्रवाई
-दो खातों में पुलिस रूकवा चुकी है सवा करोड़ की राशि
चित्तौडग़ढ़. पीयर्स एलाइड कॉर्पोरेशन सहित कई कंपनियां खोलकर ज्यादा ब्याज के जरिए लोगों का धन दोगुना करने और भूखण्ड का लालच देकर करोड़ों रूपए डकारने के मुख्य आरोपी एवं कंपनी के निदेशक की ओर से विभिन्न जगहों पर खरीदी गई जमीनों का रिकार्ड कोतवाली पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। आरोपी के दो बैंक खातों में जमा करीब सवा करोड़ रूपए की राशि भी पुलिस रूकवा चुकी है।
जानकारी के अनुसार २५ सितंबर २०१७ को इस्तगासे के जरिए न्यायालय के आदेश पर कोतवाली में प्रकरण दर्ज हुआ था, जिसमें प्रार्थी आछोड़ा निवासी रतनलाल पुत्र रामलाल रेगर ने बताया था कि जुलाई २०१२ में आरोपी आलोक त्रिपाठी, उसका भाई आशीष त्रिपाठी, जगदीश, शंकरलाल आदि प्रार्थी के गांव आए थे। आरोपियों ने प्रार्थी को बताया कि वे नोएडा में पीयर्स एलाइड कॉर्पोरेशन लिमिटेड नाम से फर्म का संचालन करते हैं और जगन्नाथ टावर्स चित्तौडग़ढ़ की पहली मंजिल पर फर्म का ऑफिस है। यह ब्रांच आरोपी आलोक त्रिपाठी व उसके भाई आशीष त्रिपाठी ने वर्ष २०१० में खोली थी। प्रार्थी को बताया गया कि उनकी फर्म जमा रकम पर साढे बारह प्रतिशत ब्याज देती है और भूखण्ड भी आवंटित करती है। इसके अलावा भी दस प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज प्रतिमाह देने की बात कही गई। आरोपियों के झांसे में आकर प्रार्थी ने इस फर्म में खाता खुलवाकर डेढ लाख रूपए जमा करवा दिए। आरडी परिपक्व होने पर उसे ३ लाख ०५ हजार ७०० रूपए व दो सौ स्क्वायर यार्ड का भूखण्ड मिलना था, लेकिन आरोपी यहां का ऑफिस बंद कर फरार हो गए।
मामला दर्ज होने के बाद अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक जमनालाल ने नोएडा व एक अन्य जगह आरोपी के खाते को लॉक करवा दिया था, जिनमें करीब सवा करोड़ रूपए जमा है। पुलिस ने मुख्य आरोपी कानपुर के चौबेपुर थानान्तर्गत गौरी भगवंतपुर निवासी और हाल आवास विकास कल्याणपुर कानपुर व खलासी लाइन ग्वालटोली जनपद कानपुर निवासी आलोक त्रिपाठी पुत्र कृष्णकांत त्रिपाठी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि निवेशकों से प्राप्त राशि से उसने गंगरार क्षेत्र के जवासिया में तथा अजमेर जिले में पीसांगन के पास रिछमालिया गांव में जमीनें खरीद ली थी। पुलिस ने आरोपी के नाम से खरीदी गई जमीनों का रिकार्ड कब्जे में ले लिया है। आरोपी ने इसके अलावा कहां-कहां संपतियां खरीदी है, इस बारे में भी पुलिस जांच कर रही है। बैंक खातों में जमा राशि व जमीनों को बेचकर निवेशकों की राशि लौटाने के प्रयास किए जाएंगे।