चित्तौड़गढ़

ट्रांसफार्मर जलने में प्रदेश में पहले पायदान पर है चित्तौड़

ट्रांसफार्मर जलाने के मामले में चित्तौडग़ढ़ जिला प्रदेश में पहले पायदान पर आ गया है। जिले में पिछले करीब पौने सात साल में 2.41 अरब रूपए के ट्रांसफार्मर जल चुके हैं। अजमेर विद्युत वितरण निगम इनकी मरम्मत करके काम चला रहा है, लेकिन इसके लिए भी प्रति ट्रांसफार्मर करीब बीस हजार रूपए का खर्चा आ रहा है। पिछले पौने सात साल में जले हुए ट्रांसफार्मरों की मरम्मत पर ही करीब ९६ करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं।

चित्तौड़गढ़Oct 23, 2019 / 11:46 am

jitender saran

ट्रांसफार्मर जलने में प्रदेश में पहले पायदान पर है चित्तौड़

चित्तौडग़ढ़
चित्तौडग़ढ़ जिले में ट्रांसफार्मर जलने का सिलसिला तो पिछले कई बरसों से चल रहा है। जलने वाले अधिकांश ट्रांसफार्मरों में थ्री फेज के शामिल है। अजमेर विद्युत वितरण निगम के सूत्रों की मानें तो ट्रांसफार्मर जलने की खास वजह लोड बढना बताया जा रहा है। यानी ट्रांसफार्मर की क्षमता से अधिक भार पडऩे से वे जल जाते हैं। लोड बढने के पीछे सबसे मोटी वजह आंकुडि़ए डालकर बिजली चोरी करना है। जलने वाले अधिकांश ट्रांसफार्मर कृषि कनेक्शन के हैं और सिंचाई के दौरान अवैध कनेक्शन के जरिए बिजली का उपभोग करने से ऐसे हालात पैदा हो रहे हैं। जबकि निगम की ओर से अवैध कनेक्शन के खिलाफ कार्रवाई के लिए विजिलेंस टीम गठित की हुई हैं। कई बार अजमेर से भी टीम जांच के लिए यहां आती है। इसके बावजूद जलने वाले ट्रांसफार्मरों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। यही वजह है कि ट्रांसफार्मर जलने के मामले में चित्तौडग़ढ़ जिला प्रदेश में पहले नंबर पर है। पिछले पौने सात साल में जिले में थ्री फेज व सिंगल फेज के 48 हजार 255 ट्रांसफार्मर जल चुके हैं, जिनकी कीमत करीब २ अरब ४१ करोड़ २७ लाख ५० हजार रूपए हैं। इनकी मरम्मत पर ही 96 करोड़ 51 लाख रूपए खर्च हो चुके हैं।
पौने सात साल में कितने जले ट्रांसफार्मर
वर्ष थ्री फेज ट्रांसफार्मर सिंगल फेज कुल
2013-14 4771 898 5669
2014-15 6382 823 7205
2015-16 6481 875 7356
2016-17 7717 1190 8907
2017-18 7372 1089 8461
2018-19 6761 844 7605
2019-20 – – 3052
(अब तक)
कुल 39484 5719 48255
लोड की जांच, बढेगी क्षमता
विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता आरसी शर्मा ने बताया कि इस बार दीपावली से पहले ट्रांसफार्मरों के रख-रखाव का काम चल रहा है। इन पर आने वाले लोड की जांच की जा रही है। इनकी क्षमता बढाने के लिए ट्रांसफार्मरों की मांग की गई, जिस पर निगम को 36 ट्रांसफार्मर प्राप्त हो चुके हैं, जिन्हें जिले के विभिन्न इलाकों में लगाया जा रहा है।
दीपावली पर नहीं बढेगा विद्युत भार
अधीक्षण अभियंता शर्मा ने बताया कि दीपावली पर अतिरिक्त विद्युत भार नहीं बढेगा। जिले में उद्योगों को छोड़कर करीब तीस लाख व उद्योगों सहित करीब 40 लाख यूनिट विद्युत की खपत हो रही है। दीपावली पर छोटे-मोटे उद्योग और सरकारी दफ्तर बंद रहते हैं, इससे बिजली की बचत हो जाती है। इसके अलावा आजकल एलइडी का उपयोग ज्यादा होता है, इसलिए भी बिजली कम खर्च होती है।
छीजत में पांच फीसदी कमी
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जिले में पिछले साल विद्युत छीजत १२ प्रतिशत थी, जो इस साल घटकर सात प्रतिशत हो गई है।

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