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पाकिस्तान और गुजरात में एेसे हुआ टकराव

locationचित्तौड़गढ़Published: Oct 05, 2016 09:18:00 am

Submitted by:

Harshwardhan bhati

मौसम में बदलाव से मानसून लौट आया है। इससे पाकिस्तान और गुजरात के बादल आपस में टकरा गए। शहर में दो दशक बाद अक्टूबर माह में 57 मिमी बरसात दर्ज की गई। जैसलमेर और बीकानेर में मानसून वापस लौटा व मेघ बरसे। दो दिन और बरसाती मौसम रहेगा, फिर धीमा पड़ेगा।

conflict of clouds

conflict of clouds

गुजरात के ऊपर बना मानसूनी सिस्टम मंगलवार सुबह तेजी के साथ बाड़मेर-जोधपुर की तरफ बढ़ा, उधर कई दिनों बाद भूमध्यसागर से आई हवा (पश्चिमी विक्षोभ) भी पाकिस्तान के ऊपर आई।
दोनों सिस्टम के बादल टकराए
पश्चिमी विक्षोभ ने तेजी के साथ गुजरात के सिस्टम को ऊपर खींचना शुरू किया। दोपहर होते-होते जोधपुर के ऊपर दोनों सिस्टम के बादल टकरा गए।
झमाझम बरसात हुई
करीब एक से डेढ़ घण्टे तक शहर में झमाझम बरसात हुई। इसके बाद रुक-रुक पानी बरसता रहा। जोधपुर में शाम 6 बजे तक 57 मिलीमीटर पानी बरस गया।
अलविदा कह दिया था
दोनों सिस्टमों के प्रभाव से जैसलमेर और बीकानेर में भी बरसात हुई, जहां मौसम विभाग ने मानसून को अलविदा कह दिया था।
इतनी अधिक बारिश 
सामान्यत: सितंबर माह में ही मानसून जोधपुर से अलविदा हो जाता है। इस बार मानसूना लंबा खिच गया, दो दशक बाद अक्टूबर माह में इतनी अधिक बारिश हुई है।
फिर से थार में खींच लिया
मौसम विभाग का कहना है कि पाकिस्तान के ऊपर आए बादल ने मानसून को फिर से थार में खींच लिया। अगले दो दिनों तक बरसात का मौसम बना हुआ है।
जम कर बरसा
इसके बाद अगर पश्चिमी विक्षोभ नहीं आता है तो मानसून जोधपुर में धीमा पड़ जाएगा।
बांसवाड़ा, उदयपुर, जालोर, बाड़मेर सीमा से होता हुआ मानसून सिस्टम मंगलवार को जोधपुर पहुंच गया और दोपहर में भूमध्यसागरीय हवा की नमी के साथ मिल कर जमकर बरसा।
बरसात का वितरण बेहद असमान रहा
शहर में दोपहर 2 बजे बूंदाबांदी से लेकर बौछारें पडऩी शुरू हुई। पाल रोड़ पर 20 मिनट तक तेज बरसात हुई। कहीं बूंदाबांदी, कहीं पनाळे शहर में बरसात का वितरण बेहद असमान रहा।
कई इलाकों में 3 इंच तक बरसात
पाल रोड, मण्डोर और बासनी सहित कई इलाकों में 3 इंच तक बरसात हो गई वहीं एयरफोर्स स्थित मौसम विभाग के दफ्तर में महज 5.2 मिलीमीटर पानी ही बरसा।
बाळे बहने लग गए
पावटा, महामंदिर, मण्डोर, सोजती गेट, शास्त्रीनगर, पाल रोड, मसूरिया, कमला नेहरू नगर, हाउसिंग बोर्ड में शाम 4 बजे तेज बरसात से बाळे बहने लग गए। करीब एक घण्टे तक तेज बरसात हुई।
कई इलाकों में लोग फंस गए
इसके बाद रुक-रुक बरसात होती रही। लाल सागर स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय में शाम 6 बजे तक 57 मिलीमीटर बरसात दर्ज की। भारी बरसात से शहर के कई इलाकों में फिर से लोग फंस गए।
एक फीट तक पानी भर गया
पावटा, मेड़ती गेट, कलक्ट्रेट, नेहरू पार्क, 12वीं रोड चौराहा, दल्ले खां की चक्की, शास्त्रीनगर सर्किल, खतरनाक पुलिया व अमृतादेवी तिराहा सहित कई इलाकों एक फीट तक पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई।

कहां कितनी अनुमानित बरसात
1 पाल रोड 80 मिमी
2 शास्त्रीनगर 70 मिमी
3 जालोरी गेट 50 मिमी
4 लालसागर 57 मिमी
5 महामंदिर 50 मिमी
6 पावटा 40 मिमी
7 रातानाडा 25 मिमी
8 एयरफोर्स 5 मिमी
9 बासनी 60 मिमी
इस बार भी मंगलवार था
9 अगस्त को तीन घण्टे में 153.6 मिमी बरसात
30 अगस्त को 45 से 130 मिमी बरसात
4 अक्टूबर को 5 से लेकर 80 मिमी बारिश
कलक्ट्रट कंट्रोल रूम में ताले
मौसम विभाग ने अभी तक जैसलमेर, बीकानेर और जोधपुर के उत्तरी हिस्से से मानसून को अलविदा कहा था, लेकिन कई दिनों से बारिश नहीं होती देख कलक्ट्रेट में बनाए गए बाढ़ नियंत्रण कक्ष को 1 अक्टूबर को बंद कर दिया गया।
सिंचाई विभाग की दूरदर्शिता 
इसके उलट सिंचाई विभाग ने दूरदर्शिता दिखाते हुए अपने नियंत्रण कक्ष का कार्य आगामी आदेश तक आगे बढ़ा दिया। वैसे सामान्य तौर पर 30 सितम्बर को नियंत्रण कक्ष बंद हो जाते हैं लेकिन इस बार मानसून लंबा चल रहा है।
दो दिन और देखो
जोधपुर सहित आसपास के इलाकों में दो दिन और बरसात की संभावना है। अगर पश्चिमी विक्षोभ नहीं आता है तो दो दिन बाद सिस्टम धीमा पड़ जाएगा।
-आरसी गुप्ता 
निदेशक 
भारतीय मौसम विभाग 
जयपुर

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