सर्द हवाओं से छूटी धूजणी, तीन डिग्री गिरा रात का पारा
चित्तौड़गढ़Published: Jan 08, 2019 11:19:35 pm
जिले में सर्दी के तेवर फिर तीखे हो गए है। शीतलहर के कारण धूप में भी ठिठुरन हो रही है। न्यूनतम तापमान एक दिन में तीन डिग्री से अधिक कम होकर मंगलवार को 4.5 डिग्री सेल्सियस रह गया।
सर्द हवाओं से छूटी धूजणी, तीन डिग्री गिरा रात का पारा
चित्तौडग़ढ. जिले में सर्दी के तेवर फिर तीखे हो गए है। शीतलहर के कारण धूप में भी ठिठुरन हो रही है। न्यूनतम तापमान एक दिन में तीन डिग्री से अधिक कम होकर मंगलवार को 4.5 डिग्री सेल्सियस रह गया। पिछले तीन दिन में न्यूनतम तापमान में चार डिग्री तक गिरावट आई है। शहर में सुबह 8 बजे तक कोहरे का असर रहने से सूर्योदय के बाद भी वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर गाड़ी चलानी पड़ी। तेज सर्दी के चलते शहर में सुबह 9 बजे तक भी सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। सुबह 10 बजे बाद बााजारों में दुकाने खुलने लगी सर्द हवाओं के चलते शाम ढलते ही फिर बाजारों में सन्नाटा छाने लगा। सर्द हवाओं से बचाव के लिए रात व सुबह के समय लोग सड़क किनारे अलाव तापते दिखे। रात फुटपाथ पर ही बिताने वाले लोग अलाव ताप कर सर्दी से बचाव कर रहे है। सर्दी के रंगत में आने का असर आम जनजीवन पर भी दिखा। लोग दिनभर ऊनी वस्त्रों से लिपटे रहे। शहर में लगे तिब्बती बाजार व ऊनी वस्त्रों की दुकानों पर भी भीड़ दिखी। लोग स्वेटर, शॉल, कोट आदि की खरीद करते दिखे। खानपान में भी सर्दी का असर दिख रहा है। घरों में गेहूं के साथ अब मक्का का उपयोग भी होने लगा है। मौसम में बदलाव के साथ ही सर्दी के मेवे कहे जाने वाले तिल के व्यंजनों व सूखे मेवो की मांग बाजार में बढ़ गई है। बाजार में गजक, तिलपट्टी आदि की बिक्री अधिक बढ़ी है।
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सर्वाधिक मार स्कूली बच्चों पर
फिर तेेज हुई बर्फानी हवाओं की सर्वाधिक मार उन नन्हे-मुन्ने बच्चों को झेलनी पड़ रही है जा सुबह ७-८ बजे ही घरों से स्कूल के लिए रवाना हो रहे है। शीतलहर की स्थिति में भी शीतकालीन अवकाश के बाद फिर से खुले कई निजी विद्यालयों ने सुबह समय ८-९ बजे का रखा हुुआ है। ऐसे में उन्हें लेेने के लिए बस या ऑटोरिक्शा सुबह ७ बजे से ही घरों पर दस्तक देने लगते है।