मौत सामने दिखी तो बहन के नंबर लिख दिए घुटने पर, डेढ़ माह बाद पकड़ में आया आरोपी
चित्तौड़गढ़Published: Mar 26, 2019 11:17:40 pm
कस्बे में गत गत 18 फरवरी को शाम साकरिया पुलिया के पास सुनसान जगह पर मिली पत्थर से कुचली मिली युवती प्रियंका की लाश के मामले में पुलिस ने हत्या का राजफाश कर दिया है। पुलिस ने करीब एक माह की भागदौड़ के बाद मंगलवार को मुखबिर की सूचना के बाद हत्या के आरोपी लालू को ढूंढ हिरासत में ले लिया।
मौत सामने दिखी तो बहन के नंबर लिख दिए घुटने पर, डेढ़ माह बाद पकड़ में आया आरोपी
युवती की हत्या का राजफाश
निम्बाहेड़ा. कस्बे में गत गत 18 फरवरी को शाम साकरिया पुलिया के पास सुनसान जगह पर मिली पत्थर से कुचली मिली युवती प्रियंका की लाश के मामले में पुलिस ने हत्या का राजफाश कर दिया है। पुलिस ने करीब एक माह की भागदौड़ के बाद मंगलवार को मुखबिर की सूचना के बाद हत्या के आरोपी लालू को ढूंढ हिरासत में ले लिया। उसे पूछताछ के लिए कोतवाली थाने पर लाया गया। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में वह अपना जुर्म नकारता रहा लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद उसने हत्या करना कबूल कर लिया। माना जा रहा है कि मौत से पहले प्रियंका को जब अंदेशा हुआ कि आरोपी लालू उसे गर्भपात करवाने के लिए नहीं ले जा रहा और प्रतापगढ़ से बहुत दूर लेकर आ गया है और फोन भी बंद करके जेब में रख लिया है। तब बहन के मोबाइल नंबर अपने घुटने के पास लिख दिए। थानाधिकारी हिमांशु सिंह ने जब प्रियंका के शव का बारीकी से निरीक्षण किया तो धुंधले अक्षरों में घुटने के पास मोबाइल नंबर लिखे हुए दिखे उसी से मृतका की पहचान हुई और हत्या का राज खोलने में मदद मिली। पुलिस के अनुसार निम्बाहेड़ा में १८ फरवरी को मिली युवती की लाश का सिर बहुत ही बेरहमी से कुचला हुआ था। कोतवाली पुलिस ने लाश को राजकीय चिकित्सालय में मोर्चरी में रखवा शिनाख्त के प्रयास शुरू किए। थानाधिकारी हिमांशुसिंह राजावत ने बताया कि लड़की की दाई जांघ के ऊपर लिखे मोबाइल नंबर से संपर्क करने पर पता चला कि वह नंबर अरनोद जिला प्रतापगढ़ के गांव फतेहपुरा की किसी महिला का है। पूछताछ में उसने बताया कि पहनावे और अंगों के फोटो के अनुसार अज्ञात शव के रूप में पाई गई युवती उसकी बहन है जिसका नाम प्रियंका है जो फतेहगढ़ में आठवीं कक्षा की छात्रा है। घर से किसी काम की कह कर निकली थी जो अब तक नहीं लौटी है। हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा एवं वृत अधिकारी जगराम मीणा के नर्देशन में एक टीम गठित की गई। इसमें कोतवाली थाना प्रभारी हिमांशु सिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक महिंद्र सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय की साइबर सेल से राजकुमार सोनी आदि ने अनुसंधान शुरू किया। पोस्टमार्टम में चिकित्सक द्वारा मृतका प्रियंका के गर्भवती होने की पुष्टि होने के तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जांच शुरु की गई। पुलिस टीम ने अरनोद, प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी, निम्बााहेड़ा आदि कस्बों के करीब 6 0-70 सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग खंगाली। इसमें मृतक प्रियंका के पहने हुए कपड़ों व शारीरिक बनावट को ध्यान में रखते हुए फुटेज देखें गए तो पता चला कि वे 17 फरवरी को अपने घर से प्रतापगढ़ तक बस में बैठ कर आई थी। वहां से किसी परिचित के साथ रवाना हुई एवं 18 फरवरी को अज्ञात लाश के रूप में निम्बाहेड़ा में पाई गई।
पुलिस टीम ने घटना के कई दिनों तक अरनोद थाने के फतेहगढ़ तथा आसपास के क्षेत्र में डेरा डाल कर साक्ष्य जुटाए व लोगों से गहन पूछताछ की। जांच में सामने आया कि मृतका के गली में रहने वाला लालू पिता गौतम को जब यह पता चला कि प्रियंका के किसी लड़के के साथ प्रेम संबंध है तथा उससे बातें करती है तो लालू ने उसे अपने घर बुला प्रेम संबंधों को उजागर कर देने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। मौका पाकर लालू निरंतर दुष्कर्म करता रहा जिससे प्रियंका गर्भवती हो गई। जब यह बात उसने लालू को बताई तो वे डर गया। लालू ने प्रियंका को गर्भपात कराने के बहाने से प्रतापगढ़ बुलाया तथा वहां से बाइक पर बिठाकर प्रियंका का मोबाइल स्विच ऑफ कर अपने पास रख लिया तथा हाइवे पर स्थित टोल नाकों से बचने के लिए लालू प्रतापगढ़ से बांसी होता हुआ मंगलवाड़ पहुंचा। यहां से सांवलियाजी होते हुए निम्बाहेड़ा पहुंचा। इस बीच प्रियंका ने उससे मोबाइल की मांग की लेकिन लालू ने नहीं दिया। लालू करीब आठ बजे निंबाहेड़ा की साकरिया पुलिया के पास पहुंचा तथा सुनसान और अंधेरे का फायदा उठाकर प्रियंका को घसीट कर रोड के किनारे बने नाले के अंदर ले गया तथा अपने पास रखे लोहे के तार से उसका गला घोट दिया। शव को कोई पहचान ना सके उसके लिए चेहरे को भारी पत्थर से कुचल दिया। लाश को ठिकाने लगा कर आरोपी प्रतापगढ़ होते हुए रात्रि को अपने गांव पहुंच कर सो गया।
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धोलापानी के जंगलों में करनी थी हत्या
लालू ने मृतका को गर्भपात कराने के बहाने से प्रतापगढ़ बुलाया था। उसने प्रियंका को झांसा देते हुए कहा कि अवैधानिक होने के कारण गर्भपात केवल रात में ही किया जा सकता है लेकिन वह रात तक प्रतापगढ़ में इंतजार नहीं कर सकते इसलिए वह इधर उधर घूूमते रहे। आरोपी लालू ने बताया कि वह इस हत्या को धोलापानी के जंगलों में अंजाम देने वाला था लेकिन प्रियंका मोबाइल पर बात करने की जिद करने लगी। मामला बिगड़ते देख उसने साकरिया पुलिया के नीचे गाड़ी रोकी और अपने साथ लेकर आए आरसीसी के शंटिंग के तार से प्रियंका का गला घोट दिया