कपासन थाना प्रभारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि ग्राम पंचायत रेवलिया के पूर्व उप सरपंच व भीलों की झोंपडिय़ां निवासी नानालाल भील (40) का अवैध संबंधों के किसी मामले में अपने ही चचेरे भाई मीठूलाल पुत्र अमरा व रतन पुत्र नारायण से विवाद हो गया था। बाद में विवाद बढा तो यह तय किया गया कि सोमवार को सभी शनिमहाराज पहुंचकर मंदिर की चौखट पर जाएंगे और समाज को इकट्ठा करके न्याय करेंगे। इस बात पर सहमति के बाद मामला शांत हो गया था।
इसके बाद रविवार रात नानाराम सामान्य दिनों की तरह ही रखवाली करने के लिए खेत पर चला गया। खेत पर कमरा बना हुआ था। कमरे में उसकी बहने भी सो रही थी। रात को बहनों ने देखा कि नानाराम कमरे में नहीं है। बाहर जाकर देखा तो नानाराम लहूलुहान हालत में मृत पड़ा हुआ मिला और उसके पास ही उसकी लाइसेंसशुदा टोपीदार बंदूक पड़ी हुई मिली। सोमवार को सुबह घटना की जानकारी मिली तो नानाराम के खेत व गांव में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई।
सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक कपासन दलपत सिंह भाटी व थाना प्रभारी हिमांशु सिंह राजावत मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना करने के साथ ही लोगों से जानकारी ली। बाद में एक वैन से शव को कपासन अस्पताल पहुंचाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। थाना प्रभारी राजावत ने बताया कि नानाराम के गोली ठुड्डी के नीचे लगी और सिर से निकल गई। प्रारंभिक तौर पर पुलिस का मानना है कि चचेरे भाइयों से हुए विवाद के बाद नानाराम ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। जिस बंदूक से गोली लगी है, वह बंदूक लाइसेंसशुदा होकर नानाराम के नाम पर है।