scriptचालीस बार सायरन बजाकर खोले घोसुण्डा बांध के गेट | Forty times sirens opened the gates of Ghosunda dam | Patrika News

चालीस बार सायरन बजाकर खोले घोसुण्डा बांध के गेट

locationचित्तौड़गढ़Published: Sep 14, 2019 11:40:57 pm

Submitted by:

Vijay

चित्तौडग़ढ़/सुखवाड़ा. क्षेत्र में शुक्रवार रात तेज बारिश के बाद घोसुण्डा बांध में पानी आवक बढ़ गई, इससे बांध के गेट खोलने पड़े। बांध आपरेटर रतनलाल शर्मा ने बताया कि शनिवार सुबह दो गेट पंद्रह सौ एमएम व दो गेट 1000 एमएम खोलने पड़े।

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चालीस बार सायरन बजाकर खोले घोसुण्डा बांध के गेट

बड़े वाहनों की आवाजाही बंद करनी पड़ी
चित्तौडग़ढ़/सुखवाड़ा. क्षेत्र में शुक्रवार रात तेज बारिश के बाद घोसुण्डा बांध में पानी आवक बढ़ गई, इससे बांध के गेट खोलने पड़े। बांध आपरेटर रतनलाल शर्मा ने बताया कि शनिवार सुबह दो गेट पंद्रह सौ एमएम व दो गेट 1000 एमएम खोलने पड़े। पानी की ओर आवक बढऩे पर दोपहर दो बजे चारों गेट 15000 एमएम तक खोल दिए गए। बांध में पानी बढने पर अलग-अलग समय में 40 बार सायरन बजा कर गेट खोले गए। बांध में भरवा क्षमता के लिए लगाई गई लेवल पट्टी पानी के साथ बह गई। हालांकि कर्मचारी पुराने लेवल नंबर के आधार पर गेट खोल रहे थे। इससे सतपुड़ा मार्ग की पुलिया पर पानी आने से रास्ता बंद हो गया। छोटे वाहनों के लिए बांध के ऊपर का रास्ता खोला गया। बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। कई गांवों के लोग बांध से निकली जलराशि देखने के लिए पहुंचे। शनिवार को बाकली, गागंली नंदी उफान पर रही। इसके चलते घोसुण्डा बांध में भारी मात्रा में पानी की आवक हुई।
गेट बंद कर निकाली एम्बुलेंस
रेवलिया कला निवासी जकुबाई गाडरी, सोनियाणा निवासी कस्तूरी बाई जाट को गंभीर हालत में एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था। सतपुड़ा मार्ग की पुलिया पर पानी के कारण एम्बुलेंस करीब एक घंटे तक खड़ी रही। इस पर सरपंच कालूराम जाट ने जिंक उच्च अधिकारियों से बात कर कुछ देर के लिए बांध के गेट बंद करवा कर एम्बुलेंस को वहां से निकाला। आधे घंटे बाद फिर से सभी गेट खोल दिए गए।
छलका सूर्यसागर लोग देखने उमड़े लोग
बड़ीसादड़ी. सूर्यसागर तालाब शनिवार को दोपहर में ओवरफ्लो हो गया और चादर चल गई। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। मौके पर पुलिस व पटवारी मौजूद थे। प्रसासन ने भी पुलिस पटवारी को मौके भिजवाकर नजर बना रखी है। वहीं पारसोली बांध भी लबालब भर गया है। सावन में कम और ***** में ज्यादा बरसात होने से फसलों को किसान चिंतित हैं। पन्डेडा व देवदा नदी और नीमच मार्ग पर तालाब के मुख्य स्त्रोत वाले नाले को देखने लोग पहुंचे।
राशमी. बारिश से निकटवर्ती हरनाथपुरा में शुक्रवार रात्रि शंकरलाल कच्छावा का केलुपोश मकान ढ़ह गया।
बबराणा. क्षेत्र में शनिवार तड़के तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश के चलते पेड़ सड़क पर गिरने से मार्ग बंद हो गए। रोलिया बस स्टैंड के समीप बबराणा मार्ग अवरुद्ध हो गया। ग्रामीणों ने जेसीबी की सहायता से पेड़ को हटाया आधे घंटे तक मार्ग अवरुद्ध रहा। बबराणा से कपासन जाने वाले किसनयाखेड़ी के पास एक शीशम का पेड़ गिर गया।
डूंगला. क्षेत्र में शुक्रवार शाम एवं शनिवार तड़के हुई भारी बारिश के बाद नदी-नालों में खूब पानी की आवक हुई। क्षेत्र में बहने वाले मोती नाले, कस्बे के प्राचीन नाले, शनिमहाराज नाला सहित भुरक्या नदी में पानी की आवक हुई जिससे वागन बांध का जलस्तर बढ़ कर शाम तक 3.50 मीटर पर पहुंच गया। बांध की भराव क्षमता 5.15 मीटर है। लगातार बारिश से क्षेत्र के कई घरों में पानी भर गया। मलुकदास खेड़ी गांव में विद्यालय परिसर में पानी भरने से विद्यार्थियों को परेशानी हुई वहीं मलुकदास महाराज की समाधि स्थल पर भी पानी भर गया। निकासी के अभाव में कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में दो दिन से एक से दो फीट तक पानी भरा है जिससे मरीजों के साथ तींमारदारों को भी परेशानी हुई।

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