नेताओं से लेकर अधिकारियों तक ने हस्ताक्षर कर किस बात का दिया संदेश
चित्तौड़गढ़Published: Jul 07, 2020 11:01:16 pm
राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश भर में चल रहे विशेष जागरूकता अभियान के अंतिम दिन मंगलवार को कलक्ट्रेट परिसर में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के तत्वावधान में जागरूकता हस्ताक्षर वॉल आयोजित किया गया। हस्ताक्षर वॉल पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों के साथ आमजन भी हस्ताक्षर कर कोरोना जागरुकता संदेश अंकित किए। इन संंदेशों के माध्यम से मुख्य जोर इस बात पर रहा कि अभी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है, हम सावधानी रखनी है।
नेताओं से लेकर अधिकारियों तक ने हस्ताक्षर कर किस बात का दिया संदेश
चित्तौडग़ढ़. राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश भर में चल रहे विशेष जागरूकता अभियान के अंतिम दिन मंगलवार को कलक्ट्रेट परिसर में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के तत्वावधान में जागरूकता हस्ताक्षर वॉल आयोजित किया गया। हस्ताक्षर वॉल पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों के साथ आमजन भी हस्ताक्षर कर कोरोना जागरुकता संदेश अंकित किए। इन संंदेशों के माध्यम से मुख्य जोर इस बात पर रहा कि अभी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है, हम सावधानी रखनी है। लापरवाही बरतना सेहत के लिए महंगा पड़ सकता है। सुबह 11 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव एवं पूर्व विधायक सुरेंद्रसिंह जाड़ावत, समिति के जिला संयोजक दिलीप नेभनानी, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश कलाल ,अंबा लाल मीणा,सभापति संदीप शर्मा,उपखंड अधिकारी श्यामसुंदर विश्नोई, जिला रसद अधिकारी बिजल सुराणा, तहसीलदार भूपेंद्र वर्मा,जिला शिक्षा अधिकारी श्यामलाल सांगावत, डॉ मधुप बक्षी आदि ने संदेश अंकित किए।जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने संदेश में लिखा कि कोरोना संक्रमण को लेकर सावधान रहें सभी दिशानिर्देशों की आवश्यक रूप से पालना करें। पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने संदेश में यही लिखा कि कोरोना के साथ जीना है व मुख्यमंत्री के बताएं चार सूत्रों का अनुसरण करना है। इस मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष मांगीलाल धाकड़, एसंगठन महासचिव करण सिंह सांखला, लक्ष्मी लाल उपाध्याय, रमेश चंद्र दशोरा, भगवती प्रसाद, उपसभापति कैलाश पवार आदि भी मौजूद थे। कार्यक्रम संयोजक डॉ गोपाल सालवी ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान हाथ धुलाई दिवस भी मनाया गया। पहले हाथ धुलाए गए उसके बाद पेन के माध्यम से संदेश लिखवाए गए