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पर्यटकों के लिए अच्छी खबर-जून से नए स्वरूप में देख पाएंगे फतहप्रकाश संग्रहालय को

चित्तौडग़ढ़ दुर्ग के फतेहप्रकाश महल को आधुनीकरण का रूप दिया जा रहा है।

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चित्तौड़ दुर्ग पर फतहप्रकाश महल परिसर में चल रहे कार्य का निरीक्षण करते राजकीय पुरातत्व संग्रालय विभाग जयपुर के निदेशक ह्देश कुमार शर्मा और उनकी टीम

चित्तौडग़ढ़ दुर्ग के फतेहप्रकाश महल को आधुनीकरण का रूप दिया जा रहा है। कार्य लगभग ८५ प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। कार्य की प्रगति जांचने के लिए राजकीय पुरातत्व संग्रालय विभाग जयपुर के निदेशक ह्देश कुमार शर्मा और उनकी टीम ने गुरूवार को चित्तौडग़ढ़ के संग्रालय का निरीक्षण किया।
निदेशक शर्मा ने बताया कि बजट घोषणा के अनुसार राजस्थान के सभी संग्रालयों के नवीनीकरण का कार्य चल रहा है और जिन जगहों पर नवीनीकरण का कार्य पूरा हो गया, उसे पर्यटकों के लिए खोल दिए गए हैं। चित्तौडग़ढ़ के फतेहप्रकाश महल की इमारत खुबसूरत है और हो सकता है कार्य पूर्ण होने के पश्चात राज्य के सबसे सुन्दर संग्रालय के रूप में सामने आए। कार्य पूर्ण होते ही जून के प्रथम सप्ताह में इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। शर्मा अब तक इसके लिए ३.७१ करोड़ का बजट प्राप्त हो चुका है और ३०-४० लाख की और आवश्यकता पड़ सकती है।
छह संग्रालयो का कार्य पूर्ण
राज्य के २० संग्रालयों में से अब तक ६ संग्रालयों का कार्य पूर्ण हो चुका है। जिसमें से पाली, सीकर, बीकानेर , अजमेर , भरतपुर, जैसलमेर आदि जगहों के संग्रालयों को आधुनिक रूप दे दिया है और पर्यटकों के लिए खोल दिए हैं।
दिए जा रहे नए रूप
आधुनीकीकरण के चलते यहां हथियार की गैलरी को पूर्ण रुप से नया बनाया है, इसके अलावा दरबार हॉल, सिनेरियोग्राफी आदि का नवीनीकरण किया जा रहा है। जहां मीरा, पन्नाधाय, जौहर और मेवाड़ संस्कृति के वीर शासकों की पेंटिंग्स डिस्प्ले की जाएगी। संग्रहालय का मॉडल, किले का मॉडल सभी डिस्प्ले की जाएगी।
पर्यटकों का बढेगा रूझान
पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए महिला व पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। यहां कैफेटेरिया, आरओ वॉटर और सीसीटीवी कैमरों का भी प्रबंध किया जा रहा है। पर्यटकों के जुडऩे की काफी व्यवस्था की जा रही है।
उत्खनन में मिले कई अवशेष
निदेशक शर्मा ने बताया कि पाली जिले के नाडोल में उत्खनन कार्य किया जा रहा है। वहां ३ साल का प्रोजेक्ट है जिसमें से २ साल पूर्ण हो गए। नाडोल में ९ व १०वीं सदी के मानव सभ्यता के कई अवशेष मिले हैं। उन्होंने कहा कि खुदाई के दौरान कंकाल, बनारस ज्वेलरी, झूले आदि अवशेष पाए गए। इसके बाहद आहड़ सभ्यता उत्खनन का कार्य किया जाएगा, उसका प्रस्ताव बनाया जा रहा है।

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