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चित्तौड़ दुर्ग के विकास को लेकर गंभीर है सरकार

locationचित्तौड़गढ़Published: Dec 19, 2020 11:49:08 pm

Submitted by:

Avinash Chaturvedi

चित्तौडग़ढ़. चित्तौड़ दुर्ग पर अतिक्रमण की समस्या हो या फिर विकास की बात। दुर्ग देश की विरासत है और दुनिया के मानचित्र पर इसकी पहचान है। दुर्ग के विकास को लेकर सरकार गंभीर है। राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर शनिवार को यहां कलक्ट्रेट स्थित ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में मीडिया से बातचीत के दौरान राज्य के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि दुर्ग के विकास को लेकर अधिकारियों को योजना बनाकर सरकार को भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

चित्तौड़ दुर्ग के विकास को लेकर गंभीर है सरकार

चित्तौड़ दुर्ग के विकास को लेकर गंभीर है सरकार

– कटारिया अपना घर संभालें
-सरकार के दो साल पूरे होने पर मीडिया से रूबरू हुए परिवहन मंत्री

चित्तौडग़ढ़. चित्तौड़ दुर्ग पर अतिक्रमण की समस्या हो या फिर विकास की बात। दुर्ग देश की विरासत है और दुनिया के मानचित्र पर इसकी पहचान है। दुर्ग के विकास को लेकर सरकार गंभीर है। राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर शनिवार को यहां कलक्ट्रेट स्थित ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में मीडिया से बातचीत के दौरान राज्य के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि दुर्ग के विकास को लेकर अधिकारियों को योजना बनाकर सरकार को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। खाचरियावास ने कहा कि शनिवार को सर्किट हाउस में उनके बड़ी संख्या में किसानों ने ज्ञापन देकर हिन्दुस्तान जिंक की शिकायत की है। किसानों ने बताया है कि जिंक ने उनकी जमीनें भी ले ली और जो समझौता हुआ था, उसके अनुसार राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में जिला कलक्टर को निर्देश दिए गए है कि वे जिंक से समझौते के अनुसार किसानों को राशि दिलवाएं या फिर उनकी जमीनें उन्हें लौटाएं।
ई-मित्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
परिवहन मंत्री ने कहा कि ई-मित्र संचालकों के खिलाफ उनके पास बहुत ज्यादा शिकायतें आई हैं। जो तय राशि से अधिक राशि वसूल कर रहे है। गरीब तबके के लोग सब काम ऑन लाइन हो जाने से ई-मित्र केन्द्रों पर पहुंचते हैं, जहां उनसे मनमानी राशि वसूल की जाती है। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे तय राशि से अधिक राशि वसूल करने वाले ई-मित्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करें।
सीएम से बात कर जिम्मेदार थानेदार के खिलाफ करवाएंगे कार्रवाई
मीडिया ने खाचरियावास को सरकार का वह निर्देश ध्यान में दिलाया, जिसमें कहा गया था कि जिस थाना क्षेत्र में बड़ी दुर्घटनाएं घटित हुई, उन थाना प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पिछले दिनों निकुंभ थाना क्षेत्र में हुई भीषण दुर्घटना में सात लोगों की मौत के मामले में परिवहन विभाग के अधिकारियों को तो निलंबित कर दिया गया, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। परिवहन मंत्री ने स्वीकार किया कि थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, इस बारे में वे मुख्यमंत्री से बात कर जिम्मेदार थानाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई करवाएंगे।
आजादी के बाद पहली बार दिल्ली को घेरे हुए हैं किसान
खाचरियावास ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब चौबीस दिन से किसान दिल्ली को घेर कर बैठे हुए हैं। केन्द्र सरकार के साथ बातचीत टूट गई है। किसान संतुष्ट नहीं है। केन्द्र सरकार जो मन की बात करती है, वह दूसरों के मन की बात नहीं सुनती। केन्द्र सरकार किसानों की उम्मीद पर खरी नहीं उतरी, लेकिन राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन शहरों व गांव के संग शिविर लगाने की घोषणा की है। जिसमें पट्टे दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो साल में जनता का विश्वास जीता है। आने वाले तीन साल में हम मॉर्डन राजस्थान बनाएंगे।
कटारिया अपना घर संभालें
भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया के उस बयान पर कि यह सरकार मार्च-अप्रेल तक है, के सवाल पर परिवहन मंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता कटारिया कई बार जोश में आते है तो उन्हें ध्यान ही नहीं रहता कि वे क्या-क्या बोल जाते हैं। खाचरियावास ने कहा कि किसी को भी ज्यादा घमण्ड नहीं करना चाहिए। पचास निकायों में जहां भाजपा का गढ था, वहां सूपड़ा साफ हो गया। कटारिया जोश में बोलते हैं, उसका उनको नुकसान हो गया। उन्होंने कहा कि सरकार गिराना और बनाना भाजपा के हाथ में नहीं है। सरकारें भगवान के आशीर्वाद और जनता के समर्थन से बनती-बिगड़ती है। भाजपा की मेहरबानी से सरकारें नहीं बनती। उन्होंने कटारिया को नसीहत दी कि वे अपना घर संभालें। खाचरियावास ने कहा कि धरने पर बीस किसानों की मौत हो चुकी है। बाबा रामसिंह ने किसान आंदोलन को पांच लाख रूपए दिए और पांच दिन बाद वे इतनी दुखी हुए कि खुद को गोली मार ली। किसान आंदोलन हिन्दुस्तान की आवाज बन चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा में अब भैरोसिंह शेखावत जैसे नेता नहीं रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा के अन्दरखाने हालात ठीक नहीं है। हर किसी में नेता बनने की होड़ लगी हुई है।
आंकड़े छिपाए तो होगी कार्रवाई
कोविड के आंकड़े छिपाने के सवाल पर उन्होंने जिला कलक्टर को आदेश दिए कि कोविड के आंकड़े जारी किए जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी आंकड़े छिपाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परिवहन मंत्री को कोरोना से जिले में अब तक सिर्फ १७ लोगों की मौत होने की जानकारी दी गई। जबकि हकीकत में मौतों का आंकड़ा इससे कई अधिक है।
विरासत को लेकर सरकार गंभीर
चित्तौड़ दुर्ग पर अतिक्रमण के सवाल पर परिवहन मंत्री ने कहा कि विरासत को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुर्ग के विकास के लिए योजना बनाकर सरकार को भिजवाएं। दुर्ग के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि चित्तौड़ दुर्ग विरासत है और दुनिया के मानचित्र पर इसकी पहचान है। उन्होंने कहा कि चित्तौडग़ढ़ जिले में अभयारण्य दुनिया में पहचान बना सकते हैं। इनको विकसित करने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को प्लान बनाकर सरकार को भेजने के निर्देश दिए हैं।
रोडवेज प्रदेश की लाइफ लाइन
परिवहन मंत्री ने कहा कि रोडवेज हमको पांच हजार करोड़ रूपए के घाटे के रूप में विरासत में मिली, लेकिन रोडवेज राजस्थान की लाइफ लाइन है। अभी जब कोरोना संकट आया तो रोडवेज की बसों से ही मरीजों और मजदूरों को लाने ले जाने का काम किया। उन्होंने कहा कि हमने ऋण लेकर नौ सौ बसें खरीदी है। आपने वाले समय में रोडवेज में इलेक्ट्रिक बसें भी देखने को मिलेगी। रोडवेज से सेवानिवृत कर्मचारियों को उनका पैसा मिले, इस दिशा में सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हम रोडवेज को मरने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना की दहशत से आज भी कई बसों में यात्री भार नहीं मिल रहा है। जहां यात्री भार था, वहां रोडवेज बसें बंद करने के मामले में जांच करवाई जाएगी।
ऑफ लाइन नाम नहीं जोडऩा कानूनी अपराध
खाचरियावास ने कहा कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने जाने वालों को बीएलओ ऑन लाइन नाम जुड़वाने की बात कहते है। ऑफ लाइन नाम नहीं जोड़ते। यह कानूनी अपराध है, इसे गंभीरता से लिया जाएगा। इस दौरान परिवहन आयुक्त रवि जैन, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना आदि मौजूद थे।
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