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सड़क पर उतरा गुर्जर समाज, कलक्ट्रेट के बाहर सड़कें जाम

locationचित्तौड़गढ़Published: Jul 26, 2023 09:37:58 pm

Submitted by:

jitender saran

बजरी विवाद को लेकर नौ दिन पहले रिठौला हाईवे पर फायरिंग में घायल हुए युवक पुष्कर ने अहमदाबाद में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गुर्जर समाज के बड़ी संख्या में लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर देवनारायण मंदिर से जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए मृतक के परिजनों को दो करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की।

सड़क पर उतरा गुर्जर समाज, कलक्ट्रेट के बाहर सड़कें जाम
सड़क पर उतरा गुर्जर समाज, कलक्ट्रेट के बाहर सड़कें जाम
चित्तौडग़ढ़
बजरी विवाद को लेकर नौ दिन पहले रिठौला हाईवे पर फायरिंग में घायल हुए युवक पुष्कर ने अहमदाबाद में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गुर्जर समाज के बड़ी संख्या में लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर देवनारायण मंदिर से जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए मृतक के परिजनों को दो करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की।
जानकारी के अनुसार बजरी विवाद को लेकर 18 जुलाई को रिठौला हाईवे स्थित हीरा होटल पर दो पक्षों में कहासुनी हो गई थी। इस पर एक पक्ष ने फायरिंग कर दी, जिसमें बोजुंदा निवासी पुष्कर गुर्जर, राजेश, मुकेश व डालू घायल हो गए थे। पुष्कर को गंभीरावस्था में अहमदाबाद ले जाया गया, जहां बुधवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुष्कर की मौत के समाचार मिलते ही यहां गुर्जर समाज के लोग आक्रोशित हो गए। सेंती स्थित देवनारायण मंदिर में बड़ी संख्या में समाज के लोग एकत्रित हो गए। वहां से कैलाश गुर्जर, कमल गुर्जर आदि के नेतृत्व में जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि मृतक पुष्कर परिवार में अकेला ही कमाने वाला था। उसका एक भाई विक्षिप्त है। ऐसे में परिवार का भरण-पोषण करने वाला कोई नहीं है। मृतक के परिजनों को दो करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए। घटना में गंभीर घायल राजेश गुर्जर को एक करोड़ रुपए तथा मुकेश व डालू को पचास-पचास लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की गई।
सड़क पर डाला पड़ाव
ज्ञापन देने के बाद गुर्जर समाज के लोगों ने कलक्ट्री चौराहे पर सड़क पर ही पड़ाव डाल दिया। बड़ी संख्या में समाज के लोग सड़क पर बैठ गए। ऐसे में पुलिस को बैरिकेट्स लगाकर यातायात व्यवस्था में बदलाव करना पड़ा। रात तक समाज के लोग सड़क पर ही पड़ाव डाले रहे।
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