भूमि पूजन के मौके पर छाई खुशी, शाम को जलाएंगे दीप
चित्तौड़गढ़Published: Aug 04, 2020 10:50:56 pm
अयोध्या में बहुप्रतीक्षित श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर भव्य निर्माण के लिए बुधवार को भूमि पूजन का मौका कोरोना काल में भी लोगों के लिए खुशी जताने का अवसर बन गया है। भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित विभिन्न संगठनों ने एतिहासिक सपना साकार होने के मौके पर सोशल डिस्टेसिंग रखते हुए भूमि पूजन के मौके पर खुशी जताने का आह्वान किया गया है। शाम को इस मौके पर आमजन से अपने घरों पर दीपक जला खुशी जाहिर करने का भी आह्वान किया गया है।
भूमि पूजन के मौके पर छाई खुशी, शाम को जलाएंगे दीप
चित्तौडग़ढ़. अयोध्या में बहुप्रतीक्षित श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर भव्य निर्माण के लिए बुधवार को भूमि पूजन का मौका कोरोना काल में भी लोगों के लिए खुशी जताने का अवसर बन गया है। भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित विभिन्न संगठनों ने एतिहासिक सपना साकार होने के मौके पर सोशल डिस्टेसिंग रखते हुए भूमि पूजन के मौके पर खुशी जताने का आह्वान किया गया है। शाम को इस मौके पर आमजन से अपने घरों पर दीपक जला खुशी जाहिर करने का भी आह्वान किया गया है। भाजपा जिला मीडिया प्रमुख सुधीर जैन ने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष गौतम दक, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सीपी जोशी, विधायक चन्द्रभानसिंह आक्या, अर्जुनलाल जीनगर, ललित ओस्तवाल, पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी, चुन्नीलाल धाकड़ सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों व जिला पदाधिकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए अपने अपने घरों पर ही बुधवार शाम दीपक प्रज्वलन करने व रोशनी करने की अपील की है।
खुशी में वितरित करेंगे लड्डू
अयोध्या में श्रीराम मंदिर शिलान्यास के अवसर पर चित्तौैडग़ढ़ में महाकाल भक्त मंडली एवंं बालरूप हनुमान मंदिर के महंत उमागिरी महाराज के सान्निध्य में मिठाई वितरण होगा। इस मौके पर खुशी जताने के लिए ५१ किलो लड्डू का वितरण शहर के अप्सरा टॉकिज चौराहे पर किया जाएगा।
अयोध्या पहुंचा पवित्र सरोवरों का जल एवं चित्तौड़ की माटी
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के अवसर पर देश के विभिन्न नदियों व सरोवरों का पवित्र जल व एतिहासिक स्थानों की भूमि भी उपयोग में ली जाएगी। चित्तौडग़ढ़ जिले से मेवाड़ के हरिद्वार कहे जाने वालेे मातृकुण्डिया सरोवर व चित्तौड़ दुर्र्ग स्थित गौमुख कुंड का जल कलश अयोध्या भेजा गया। वीर भूमि चित्तौड़ की माटी से भरा कलश भी अयोध्या भेजा गया है।