चालानी आदेश देने से मना करने पर डिप्टी को मोटी रकम की पेशकश
चित्तौड़गढ़Published: Aug 09, 2022 10:19:25 pm
जिले में निकुंभ थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी सुरेश विश्नोई को निलंबित करने के दूसरे दिन ही उसके खिलाफ उदयपुर जिले के खैरवाड़ा थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज करा दिया गया है। तत्कालीन थाना प्रभारी रहते हुए उस पर रिश्वत लेते पकड़े गए खैरवाड़ा के तत्कालीन थाना प्रभारी की अनुचित तरीके से मदद करने और पुलिस उप अधीक्षक को मोटी रकम की बतौर रिश्वत पेशकश करने का आरोप है।
चालानी आदेश देने से मना करने पर डिप्टी को मोटी रकम की पेशकश,चालानी आदेश देने से मना करने पर डिप्टी को मोटी रकम की पेशकश,चालानी आदेश देने से मना करने पर डिप्टी को मोटी रकम की पेशकश
चित्तौडग़ढ़
जिले में निकुंभ थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी सुरेश विश्नोई को निलंबित करने के दूसरे दिन ही उसके खिलाफ उदयपुर जिले के खैरवाड़ा थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज करा दिया गया है। तत्कालीन थाना प्रभारी रहते हुए उस पर रिश्वत लेते पकड़े गए खैरवाड़ा के तत्कालीन थाना प्रभारी की अनुचित तरीके से मदद करने और पुलिस उप अधीक्षक को मोटी रकम की बतौर रिश्वत पेशकश करने का आरोप है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सतर्कता बीजू जॉर्ज जोसफ ने पांच अगस्त को आदेश जारी कर निकुंभ के तत्कालीन थाना प्रभारी सुरेश कुमार पुत्र किशनराराम विश्नोई, खैरवाड़ा थाने के तत्कालीन हेडकांस्टेबल मुकेश कुमार, भरत सिंह, गोविन्द सिंह को इनके खिलाफ विभागीय जांच प्रस्तावित होने का अवाला देकर निलंबित करते हुए निलंबन अवधि में इन सबका मुख्यालय पुलिस लाइन भरतपुर कर दिया था। इसके अगले ही दिन ६ अगस्त को उदयपुर जिले के ऋषभदेव पुलिस उप अधीक्षक विक्रमसिंह ने इन चारों के खिलाफ खैरवाड़ा थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया है। डिप्टी की ओर से थाने में दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि खैरवाड़ा के तत्कालीन थाना प्रभारी भवंरलाल विश्नोई को ११ फरवरी २०२० को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। उप निरीक्षक भंवरलाल विश्नोई की अनुचित मदद पर ट्रेप कार्रवाई को दूषित करने का प्रयास करते हुए निकुंभ थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी सुरेश विश्नोई ने आपराधिक इरादे से हेडकांस्टेबल मुकेश कुमार, भरतसिंह, गोविन्द सिंह तथा सहायक लोक अभियोजन अधिकारी ग्राम न्यायालय खैरवाड़ा के साथ मिलकर आपराधिक षडय़ंत्र करते हुए ११ फरवरी २०२० को रातों-रात पत्रावली पूर्ण करके एपीपी रानू जैन से बेक डेट पांच फरवरी २०२० को अभियोजन संवीक्षा तैयार करवाई। बारह फरवरी २०२० को इस प्रकरण में चालानी आदेश लेने के लिए सुरेश विश्नोई पुलिस उप अधीक्षक ऋषभदेव के पास गया,लेकिन डिप्टी ने चालानी आदेश देने से मना कर दिया। इस पर सुरेश विश्नोई ने पुलिस उप अधीक्षक ऋषभदेव को मोटी रकम रिश्वत के तौर पर देने की पेशकश की। इस तरह आपराधिक इरादे से फर्जी तरीके से दस्तावेज की कूट रचना कर पत्रावली तैयार कर ली। आरोपियों ने षडय़ंत्र पूर्वक अपराध कारित किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है।