scriptसीएसआर राशि किस तरह तरह बदल सकती स्कूलों व शहरों की दशा | How CSR amount can change the condition of schools and cities | Patrika News

सीएसआर राशि किस तरह तरह बदल सकती स्कूलों व शहरों की दशा

locationचित्तौड़गढ़Published: Oct 19, 2019 01:50:07 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

शौचालयविहीन नहीं रहे कोई स्कूलचौराहों का हो सौन्दर्यकरण,सीएसआर समिति की बैठक में जिला कलक्टर ने दिए निर्देश

सीएसआर राशि किस तरह तरह बदल सकती स्कूलों व शहरों की दशा

सीएसआर राशि किस तरह तरह बदल सकती स्कूलों व शहरों की दशा


चित्तौडग़ढ़. जिला कलक्टर चेतन देवड़़ा ने ग्रामीण विकास सभागार में जिला स्तरीय सीएसआर की समिति की बैठक ली। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों से कहा कि जिन विद्यालयों में शौचालय नहीं है वहां शौचालय बनवाए एवं उनका समुचित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि सीएसआर की धनराशि का पूरी गुणवत्ता के साथ इस प्रकार उपयोग हो कि पूरी उपयोगिता सामने आए। इसके लिए आवश्यकता के अनुरूप प्राथमिकताएं तय करते हुए कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने देहली गेट से राष्ट्रीय राजमार्ग तक मानपुरा के कार्य की प्रगति, वण्डर सीमेन्ट द्वारा ग्राम फलवा में खेल मैदान विकसित करने के कार्य, हिन्दुस्तान जिंक द्वारा विद्यालयों में बनाये जा रहे शौचालय निर्माण की प्रगति पर चर्चा करते हुए संबंंिधत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने विभिन्न सरकारी विभागों में सीएसआर की गतिविधियों के प्रभावी सूत्रपात से सेवाओं एवं सुविधाओं में बढ़ोतरी पर ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश दिए। जिले के समस्त माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय में कम्प्यूटर लैब के लिए सीएसआर मद से राशि उपलब्ध कराने, प्रदूषण नियंत्रण मण्डल द्वारा कपड़ा बेग व पीईटी बोतल मशीन लगाने के प्रस्ताव, जिला चिकित्सालय में विभिन्न सुविधाओं के लिए सीएसआर मद से राशि दिलाने पर जोर दिया जाना चाहिए। जिला कलक्टर ने शहर के मुख्य चौहारों पर सौन्दर्यकरण में औद्योगिक इकाइयों से भागीदारी निभाने तथा डिजाईन व रूपरेखा तैयार कर यूआईटी सचिव को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन मुकेश कुमार कलाल, युआईटी सचिव सीडी चारण, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक राहुलदेव सिंह सहित औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा
उद्योगों से संबंधित विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के लिए गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में पुराना औद्योगिक क्षेत्र,गोपालनगर, मानपुरा,कपासन औद्योगिक क्षेत्र तथा निम्बाहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र रीको संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए औद्योगिक क्षेत्रों के रख.रखाव के बिन्दुओं पर चर्चा की। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र मांगरोल में श्रमिकों के लिए हैण्ड पम्प लगवाने, सूक्ष्मए लघु व मध्यम अधिनियम,उद्योग मित्र क्रियान्वयन आदि बिन्दुओं पर चर्चा की।
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