सामान्यतया मोबाइल पर वीडियो गेम्स व ऑनलाइन गेम्स में लगे रहने वाले बच्चें व बड़े भी अब उससे उबे हुए प्रतीत हो रहे है और सभी बचपन के लोकप्रिय खेलों की तरफ आकर्षित हो रहे है। इनमें सबसे अधिक कैरम,लूडो, सांप-सीढ़ी जैसे खेल पंसद आ रहे है जिनमें एक साथ परिवार के चार सदस्य खेल सकते है। ताश की बाजियां भी घरों में खूब जम रही है।
जनता कफ्र्र्यू के दौरान लोगों ने समय मिला तो फोन व मोबाइल के माध्यम से परिजनों के हाल पूछे। सभी जगह एक ही सवाल था कि आपके क्षेत्र में कोरोना वायरस के क्या हाल है। जिनके परिजन भीलवाड़, मुंबई, पूणा, प्रतापगढ़, इंदौर जैस कोरोना वायरस के अधिक प्रकोप वाले स्थान पर रहते है वो चिन्ता में है लेकिन वहां रहने वालों का हौंसला भी बढ़ा रहे है कि वायरस संक्रमण से जल्द मुक्ति मिल जाएगी।
आमजन को लॉकबंदी का समय लंबा अवश्य प्रतीत हो रहा है लेकिन ये भी मान रहा कि ये उसकी जीवन की सुरक्षा के लिए ही हो रही है। लोग ये भी मान रहे है कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से स्वयं को एवं अपने परिवार व शहर को बचाने के लिए सरकार के कदमों व निर्देशों पर अमल करना ही होगा। ऐसा नहीं करने पर यहां भी इटली जैसे हालात न बन जाए इसका डर भी लोगों को सता रहा है। इसीके चलते अब हर आदमी स्वयं को अंदर घर में रखने के साथ दूसरों को भी सीधे एवं संदेशों के माध्यम से ऐसा करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
– किसी भी कार्य से घर से बाहर निकले तो चेहरे पर मॉस्क लगाने के साथ कहीं भी खड़े रहने या बैठने पर नजदीकी व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी अवश्य रखे।
-आवश्यक सेवाओं से नहीं जुड़े हुए है तो घर से घर से बाहर नहीं निकले।
– मोहल्ले या कॉलोनी में घर के आस-पास भी बात करनी हो तो मोबाइल का उपयोग कर ले।
– बिना कार्य घर से बाहर निकलने वालों को हतोत्साहित कर घर में जाने के लिए बोले।
– जो कार्य ऑनलाइन हो सकता हो उसके लिए घर से बाहर निकलने से बचे।
– -अति आवश्यक कार्य हो तो ही घर से बाहर निकले एवं कार्य होते ही तुंरत घर आ जाए।
– पुलिस एवं प्रशासन के निर्देशों को अपने हित में मान उसकी पालना जरूर करें।