scriptकोरोना काल में बढ रहा है बजरी का अवैध दोहन और परिवहन | Illegal exploitation and transportation of gravel is increasing during | Patrika News

कोरोना काल में बढ रहा है बजरी का अवैध दोहन और परिवहन

locationचित्तौड़गढ़Published: Jun 12, 2021 12:08:34 pm

Submitted by:

jitender saran

जिले में बजरी के अवैध खनन और परिवहन को रोकने के लिए पूरा पुलिस, प्रशासन और खान विभाग लगा हुआ है। कहने को तो इन तीनों की संयुक्त कार्रवाई में बजरी के कई डंपर पकड़ में आ रहे हैं, लेकिन कोरोना काल में बजरी का अवैध कारोबार और ज्यादा बढ गया है।

कोरोना काल में बढ रहा है बजरी का अवैध दोहन और परिवहन

कोरोना काल में बढ रहा है बजरी का अवैध दोहन और परिवहन

चित्तौडग़ढ़.
हालात यह है कि जिले से होकर गुजरने वाली नदियों में रात के सन्नाटे में खुलेआम बजरी का अवैध दोहन और परिवहन हो रहा है। शहर में जहां भी निर्माण कार्य हो रहे हैं, वहां बड़ी मात्रा में बजरी के ढेर लगे हुए हैं। अवैध बजरी से कई कॉम्पलेक्स, मकान और अन्य निर्माण चल रहे हैं। निर्माण करने वाले मालिकों से भी कोई यह नहीं पूछ रहा है कि बजरी कहां से लाई गई। राशमी और नगरी सहित कई इलाकों में बजरी का अवैध दोहन करते रात के सन्नाटे में कई ट्रैक्टर और डंपर देखे जा सकते हैं। यहां तक कि शहर में बायपास से होकर रात के समय बजरी लेकर जाते कई डंपर और ट्रैक्टर नजर आते हैं, लेकिन इनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं होती।
आमजन को यह नुकसान
बजरी के अवैध परिवहन को लेकर कार्रवाई होने का डर बताकर बजरी माफिया लोगों से भी बजरी की मनमाफिक कीमत वसूल रहे हैं। बजरी का जो डंपर किसी समय पांच से सात हजार रूपए में आसानी से उपलब्ध हो जाता था, उसी डंपर के अब तीस से पैंतीस हजार रूपए यह कहकर वसूल किए जा रहे हैं कि पुलिस और खान विभाग से बहुत मुश्किल से बचते हुए यह बजरी पहुंचाई जा रही है। चित्तौडग़ढ़ जिले से बजरी मध्यप्रदेश तक ले जाई जा रही है।
कई टन बजरी हो चुकी जब्त
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना में पुलिस, प्रशासन और खान विभाग की ओर से बजरी के अवैध परिवहन के खिलाफ की गई कार्रवाई में वर्ष २०१९ से अब तक कई टन बजरी जब्त की जा चुकी है।
यह आ रही है परेशानी
बजरी के अवैध परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस महकमें के पास पर्याप्त नफरी की कमी और खान विभाग में स्टाफ की कमी आड़े आ रही है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के अलावा यहां से पुलिस जाप्ता अन्य जिलों में भी भेजा जाता रहा है। ऐसे में पुलिस विभाग के पास नफरी की कमी है। खान विभाग के पास भी सर्वेयर के अलावा पर्याप्त स्टाफ नहीं होने के कारण सुरसा के पंख की तरफ फैल रहे बजरी के अवैध कारोबार पर रोक नहीं लग पा रही है। पिछले कुछ माह से पुलिस और प्रशासन का पूरा ध्यान कोरोना से निपटने में है। इसका फायदा उठाकर बजरी का अवैध परिवहन करने वाले पहले से भी ज्यादा सक्रिय हो गए है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर आधी रात बाद भीलवाड़ा जिले से बड़ी संख्या में बजरी लेकर वाहन गुजरते हैं, लेकिन रात के सन्नाटे में उन्हें पुलिस का डर नहीं रहता।
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