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किसानों ने अधिकारी के मुंह में ठूंसी बासी सब्जी, फिर किया जमकर हंगामा

locationचित्तौड़गढ़Published: Oct 13, 2017 08:12:49 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में आयोजित किसान मेले में आलू की बासी सब्जी परोसने से किसानों ने हंगामा कर दिया।

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चित्तौडग़ढ़। कृषि प्रोद्यौगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) की ओर से शुक्रवार को सुबह यहां रिठोला चौराहा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में आयोजित किसान मेले में आलू की बासी सब्जी परोसने से किसानों ने हंगामा कर दिया। समझाइश के लिए पहुंचे उप निदेशक(आत्मा) के मुंह में किसानों ने बासी सब्जी ठूंस दी।
चित्तौडग़ढ़। जिले के विभिन्न इलाकों से तीस बसें करीब डेढ हजार किसानों को लेकर सुबह मेला स्थल कृषि विज्ञान केन्द्र पहुंची। यहां फल, सब्जी आदि की प्रदर्शनी के बाद किसानों को भोजन के पैकेट्स वितरित किए गए, जिसमें आलू की सब्जी से दुर्गन्ध आ रही थी, ऐसी सब्जी खाने के दो-तीन किसानों को उल्टी की शिकायत भी हो गई। दुर्गन्धयुक्त बासी सब्जी देने के कारण बड़ी संख्या में किसान आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करने लगे।
किसान आरोप लगाने लगे अधिकारी ठेकेदार से कमीशन लेते हैं, इसलिए ठेकेदार ने मजमर्जी से बासी आलू की सब्जी बना दी। किसान मांग करने लगे कि भोजन तैयार करवाने वाले ठेकेदार के खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज करवाया जाए। किसानों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर मौजूद उप निदेशक कृषि विस्तार श्रीकांत अग्निहोत्री सहित विभागीय अधिकारी इधर-उधर हो लिए। चूंकि मामला मुख्य रूप से कृषि प्रोद्यौगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) से जुड़ा हुआ था, इस लिजाज से उप निदेशक (आत्मा) भूपेन्द्रसिंह राठौड़ किसानों को समझाने के लिए मंच पर पहुंचे, लेकिन आक्रोशित किसानों ने उन्हें घेर लिया।
राठौड़ ने उस समय स्वीकार किया कि सब्जी खराब परोसी गई है, इसलिए ठेकेदार का भुगतान नहीं किया जाएगा, लेकिन किसानों का आक्रोश कम नहीं हुआ। हाथों में भोजन के पैकेट्स लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने राठौड़ के मुंह में आलू की बासी सब्जी ठंूस दी और खूब खरी-खोटी सुनाई। किसानों ने बासी सब्जी से राठौड़ का मुंह भी पोत दिया। बाद में एक तरफ जाकर उन्होंने मुंह धोकर सब्जी हटाई। इसके बाद किसान इस बात पर अड़े रहे कि जो भी अधिकारी मंच पर आएगा, उसे आलू की बासी सब्जी खिलाएंगे, ताकि अधिकारियों को यह पता चल सके कि किसानों को वाकई दुर्गन्धयुक्त बासी सब्जी परोसी गई है।
किसानों के आक्रोश को देखकर कृषि विज्ञान केन्द्र और कृषि विभाग के अधिकारी भी इधर-उधर हो लिए, वहीं भोजन तैयार करवाने वाला ठेकेदार रामप्रसाद गगरानी भी एक बारगी मौके से चलता बना। किसान करीब दो-तीन घंटे तक हंगामा करते रहे। उप निदेशक (आत्मा) राठौड़ ने कहा कि सब्जी में गड़बड़ी थी। 1800 लोगों का भोजन 72 रुपए प्रति व्यक्ति की दर से तैयार करवाया गया था। इस शिकायत के बाद ठेकेदार का भुगतान रोका जाएगा और उसे ब्लेक लिस्टेड करने की कार्रवाई की जाएगी।
खाने के लिए आए या सीखने रावतभाटा क्षेत्र से आए किसान विजय गांधी का कहना था कि बासी सब्जी के बारे में जब अधिकारियों से शिकायत की तो उनका जवाब था कि जो है वो खा लो, आप लोग यहां खाने के लिए आए हो या फिर सीखने के लिए आए हो। किसानों का आरोप था कि अधिकारी कमीशन खाते है, इसलिए किसानों को ऐसा घटिया खाना दिया गया है। किसानों को भूखा लौटना पड़ा बासी सब्जी परोसने के कारण कई किसानों ने खाना नहीं खाया।
हालांकि उप निदेशक आत्मा राठौड़ ने दूसरी बार नई सब्जी तैयार करवाकर भोजन के पैकेट्स भी वितरित करवाए, लेकिन किसान हंगामा करते रहे। मुख्य समारोह शुरू होने से पहले ही करीब तीस से पैंतीस फीसदी किसान घरों को लौट गए।
विधायक बोले करवाएंगे जांच
हंगामे के बाद कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, बेगूं विधायक सुरेश धाकड़ भी कार्यक्रम में पहुंचे, जहां विधायक धाकड़ ने कहा कि किसानों को खराब सब्जी परोसने के मामले में जांच करवाई जाएगी। धाकड़ ने यह भी कहा कि किसी भी कार्यक्रम का आयोजन किसानों की सहूलियत को देखकर करवाना चाहिए। नेताओं की सहूलियत देखकर कार्यक्रम का समय तय नहीं किया जाना चाहिए।
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