जिले का गंभीरी बांध पानी की आवक के चलते रविवार को सुबह करीब 7 बजे लबालब हो गया था, जिस पर चादर चलना शुरू हो गई। बंाध क्षेत्र से जुड़े किसानों व क्षेत्र के लोगों को बांध के छलकने का बेताबी से इंतजार था। बांध के पूर्ण भराव क्षमता के साथ लबालब होने व रपट चलने से कमांड क्षेत्र के किसानों में जहां खुशी की लहर दौड़ गई, वहीं बांध भर जाने से निम्बाहेड़ा नगर वासियों ने राहत की सांस ली, क्योंकि नगर की पेयजल व्यवस्था का दारोमदार इसी बांध पर निर्भर है। गौरतलब है कि गम्भीरी बांध में गत एक सप्ताह से जारी तेज एंव धीमी बारिश के चलते पानी की आवक होने लगी व शनिवार में मध्यप्रदेश के जावद के पास मोरवन बांध के लबालब होने व रपट चलने से गम्भीरी बांध में पानी की आवक बढ गई। शनिवार को भी बांध से जुड़े क्षेत्र के नदी नालों व मोरवन बांध से पानी की निरंतर आवक के चलते बांध लबालब हो गया। गंभीरी बांध से रबी फसलों की सिंचाई के लिए नहरों द्वारा पानी लगभग 35 से 40 किलोमीटर लंबी दूरी तक जाता है।