गढ़ से तो मीरा बाई उतरी…
चित्तौड़गढ़Published: Oct 13, 2019 10:44:44 pm
भक्ति और शक्ति की धरा चित्तौडग़ढ़ में रविवार को शरद पूर्णिमा के मौके पर भक्त शिरोमणी मीराबाई की स्मृति में दो दिवसीय मीरा महोत्सव -2019 का आगाज हुआ।
गूंजे मीरा की भक्ति के सुर लोकनृत्यों के बिखरे रंग
चित्तौडग़ढ़. भक्ति और शक्ति की धरा चित्तौडग़ढ़ में रविवार को शरद पूर्णिमा के मौके पर भक्त शिरोमणी मीराबाई की स्मृति में दो दिवसीय मीरा महोत्सव -२०१९ का आगाज हुआ। मीरा स्मृति संस्थान के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के तहत रविवार रात द्वारिकाधाम में सांस्कृति कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक मीरा की भक्ति पर प्रस्ुततियां देकर दर्शकों का मनमोह लिया।
मीरा स्मृति संस्थान के अध्यक्ष प्रो. सत्यनारायण समदानी ने बताया कि अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद सीपी जोशी, विधायक चंद्रभानङ्क्षसह, अतिरिक्त जिला कलक्टर मुकेश कुमार कलाल व ङ्क्षहदुस्तान जिंक के पदाधिकारी सहित कई अतिथि मौजूद थे। मीरा भजनों और भक्ति संगीत की प्रस्तुति चैन्नई की भजन गायिका ज्योति बालाजी और बाड़मेर के लोक भजनकार महेशाराम मेघवाल ने दी। भजन गायिका ज्योति बालाजी ने गढ़ से तो मीरा बाई उतरी, जानकी नाथ सहाय करें, मारे घर आवो जी, बरसो बदरिया सहित कई मनमोहक प्रस्तुतियां दी। भजनकार महेशाराम मेघवाल ने भी आकर्षक प्रस्तुतियां दी। गौरी राव मेहता व उनके साथियों ने श्रीकृष्ण व गोपियों पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। संस्थान सचिव सीए अर्जुन मूंदड़ा ने बताया कि आयोजन के तहत सोमवार सुबह 8 .30 बजे चित्तौड़़ दुर्ग स्थित मीरा मन्दिर में मीरा भजनों, भक्ति संगीत की प्रस्तुतियों के अलावा नृत्यांगना गौरी राव मेहता मीरा भजनों पर नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत करेंगी। आयोजन के अंतिम दिन सोमवार रात द्वारिकाधाम में गरबा-डांडिया रास एवं घूमर नृत्य की प्रस्तुतियां होगी।
इसके लिए पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के सौजन्य से भावनगर (गुजरात) का गरबा रास दल समारेाह में गुजराती गरबा की विभिन्न शैलियों का प्रदर्शन करने के लिए आ रहा है।