विधायक आक्या बोले, किसानों ने नष्ट कर दिया, फिर तस्करों के पास कैसे पहुंच रहा है डोडा चूरा
चित्तौड़गढ़Published: Jul 11, 2021 10:26:49 pm
चित्तौडग़ढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने सरकार की डोडा चूरा नष्टीकरण नीति पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि पिछले दो वर्षों में किसान डोडा चूरा खेतों में ही नष्ट कर चुके हैं। दूसरी तरफ पुलिस सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों की ओर से बड़ी मात्रा में पकड़ा जा रहा डोडा चूरा विधायक के तर्क पर सवाल खड़े कर रहा है।
विधायक आक्या बोले, किसानों ने नष्ट कर दिया, फिर तस्करों के पास कैसे पहुंच रहा है डोडा चूरा
चित्तौडग़ढ़
चित्तौडग़ढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने सरकार की डोडा चूरा नष्टीकरण नीति पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि पिछले दो वर्षों में किसान डोडा चूरा खेतों में ही नष्ट कर चुके हैं। दूसरी तरफ पुलिस सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों की ओर से बड़ी मात्रा में पकड़ा जा रहा डोडा चूरा विधायक के तर्क पर सवाल खड़े कर रहा है।
विधायक आक्या ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि अफीम किसानों ने गत वर्ष भी डोडा चूरा नष्टीकरण के खिलाफ आंदोलन किया था। डोडा चूरा नष्टीकरण की जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की थी, लेकिन अत्यधिक बारिश होने से किसानों ने डोडा चूरा खेतों में ही नष्ट कर दिया। चन्द व्यक्तियों द्वारा तस्करी के लिए डोडा चूरे का दुरूपयोग किया जाता है जिसकी सजा सभी किसानों को क्यों दी जाए। जिला आबकारी अधिकारी उदयपुर ने ५ जुलाई २०२१ को जारी की गई सूचना में फसल वर्ष 2019-20 व 2020-21 के डोडा चूरा के लिए अलग-अलग विवरण प्रस्तुत करने को कहा है। जबकि पिछले तीन साल में किसानों ने अपने स्तर पर डोडा चूरा खेतों पर ही नष्ट कर दिया है। जिसका मुआवजा मिलना चाहिए। विधायक ने मांग की कि डोडा चूरा जलाने के बजाय खेतों में ही डालने की स्वीकृति दी जाए। विधायक ने मांग की है कि वर्ष 2019-20 के संबंध में पारित राज्यादेश को पुन: प्रत्याहरित करवाकर किसानों को मुआवजा दिलाया जाए। इधर पिछले तीन साल से पुलिस और नारकोटिक्स विभाग सहित सरकारी एजेंसिंयों की ओर से तस्करी के जरिए ले जाया जा रहा बड़ी मात्रा में डोडा चूरा पकड़ा है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जब किसानों ने डोडा चूरा खेतों में ही नष्ट कर दिया तो फिर हजारों क्विंटल डोडा चूरा तस्करों तक कैसे पहुंचा। गौरतलब है कि इससे पहले भी तस्करों से सांठगांठ के मामले में मुखिया छगनलाल जाट को गिरफ्तार किया जा चुका है। पहले भी डोडा चूरा नष्टीकरण के दौरान किसानों की ओर से डोडा चूरे की सही मात्रा नहीं बताने के कारण कई समस्याएं सामने आई थी।