सांसद ने पहले फेज में ही मांगा कहां के लिए मेडिकल कॉलेज
चित्तौड़गढ़Published: Sep 20, 2019 11:57:51 pm
– चित्तौडग़ढ़ में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग- सांसद सीपी जोशी ने की केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री से की मुलाकात
सांसद ने पहले फेज में ही मांगा कहां के लिए मेडिकल कॉलेज
चित्तौडग़ढ़. चित्तौडग़ढ़ में मेडिकल कॉलेज के लिए राज्य सरकार द्वारा बोजुंदा में करीब ४७ बीघा जमीन आवंटित करने के बाद अब केन्द्र स्तर पर भी इसके लिए प्रयास तेज हो गए है। संासद सी.पी.जोशी ने शुक्रवार को दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से भेंट की एवं संसदीय क्षेत्र चित्तौडगढ में मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति के बारे में चर्चा की। जोशी ने कहा कि राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज के लिये जमीन आंवटन की प्रक्रिया पुरी कर प्रस्ताव को केन्द्र सरकार के पास भिजवा दिया हैं। सांसद जोशी ने मंत्री चौबे से आग्रह किया की संसदीय क्षेत्र के लिये मेडिकल कॉलेज को प्रथम फेज में ही स्वीकृत कर लिया जाए ताकी क्षेत्र की जनता को इसका जल्द लाभ मिल सके। जोशी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत प्रतापगढ़ के जिला चिकित्सालय को 150 बैड से बढाकर 300 बैड किये जाने का आग्रह किया।सासंद जोशी ने संसदीय क्षेत्र के लिए मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता को दर्शाते हुये बताया की संसदीय क्षेत्र में कई बडे-बडे औद्यौगिक प्रतिष्ठान स्थापित है साथ ही कई मार्बल फेक्ट्रियाँ व पत्थर की खदानें स्थित है जिनमे हजारों की संख्या में मजदूर कार्य करते है। यहाँ होने वाली गंभीर दूर्घटनाओ के रोगी चिकित्सालय मे उपचार के लिए आते है जिन्हें तत्काल उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध करानी होती है।
संसदीय क्षेत्र में से दौ राष्ट्रीय राजमार्ग एंव तीन राज्य राजमार्ग गुजरते है स्वर्णिम चतुर्भुज एवं ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के दोनों ही राजमार्ग गुजरते है, साथ ही रेलवे जंक्शन होने से देश के प्रमुख षहरों से जुड़ जाने के फलस्वरूप सड़क व रेल यातायात के बड़ते दबाव के परिणाम स्वरूप घटित दुर्घटनाओं में घायलों को तत्काल उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता होती है।
इसलिए भी बताई जरूरत
संसदीय क्षेत्र चित्तौडग़ढ़ व प्रतापगढ़ जिले के अस्पतालेां में हजारों की संख्या में रोगी भर्ती होते हैं लेकिन चिकित्सकों की संख्या काफी कम होने के साथ-साथ वर्तमान मे सुपरस्पेशलिस्ट सुविधायें जैसे न्युरोलोजी, न्युरो-सर्जरी, गेस्ट्रोएन्ट्रोलोजी आदि भी नही है। निरन्तर बढ़ती हुई रोगियों की संख्या एवं आधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से वंचित भी है।
…………….
राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन आवंटित की जिसका स्वागत करते है। इसे खोलने के लिए ६० से ७० प्रतिशत तक राशि केन्द्री योजनाओं से मिलनी है। ऐसे में पूरा प्रयास है कि पहले ही फेज में चित्तौडग़ढ़ में मेडिकल कॉलेज के लिए केन्द्र सरकार से स्वीकृति प्राप्त कर सके।
सीपी जोशी, सांसद, चित्तौडग़ढ़