scriptनिम्बाहेड़ा में दवा की दुकानों पर नारकोटिक्स टीम के छापे, नशीली गोलियां जब्त | Narcotics team raids on drug shops in Nimbahera, narcotics seized | Patrika News

निम्बाहेड़ा में दवा की दुकानों पर नारकोटिक्स टीम के छापे, नशीली गोलियां जब्त

locationचित्तौड़गढ़Published: Jun 27, 2022 11:07:21 pm

Submitted by:

jitender saran

चित्तौडग़ढ़ जिले में लंबे समय से नशीली गोलियों व इंजेक्शन की अवैध बिक्री को लेकर नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच की टीम ने निम्बाहेड़ा में कई मेडिकल स्टोर्स पर छापे मारकर नशीली गोलियां व इंजेक्शन जब्त किए हैं। स्मैक की पुडिय़ा महंगी होने से गरदुल्ले इन नशीली गोलियों का इस्तेमाल करते हैं।

निम्बाहेड़ा में दवा की दुकानों पर नारकोटिक्स टीम के छापे, नशीली गोलियां जब्त

निम्बाहेड़ा में दवा की दुकानों पर नारकोटिक्स टीम के छापे, नशीली गोलियां जब्त

चित्तौडग़ढ़/निम्बाहेड़ा
चित्तौडग़ढ़ जिले में लंबे समय से नशीली गोलियों व इंजेक्शन की अवैध बिक्री को लेकर नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच की टीम ने निम्बाहेड़ा में कई मेडिकल स्टोर्स पर छापे मारकर नशीली गोलियां व इंजेक्शन जब्त किए हैं। स्मैक की पुडिय़ा महंगी होने से गरदुल्ले इन नशीली गोलियों का इस्तेमाल करते हैं।
राजस्थान पत्रिका में मेडिकल की दुकानों पर बे-रोकटोक बिक रही नशीली गोलियों व इंजेक्शन को नशेबाजों द्वारा स्मैक का विकल्प बनाने व नशे को लेकर चलाए जा रहे अभियान में खुलासा किया गया था। इस खुलासे के बाद जिले का औषधि नियंत्रक विभाग तो सोया रहा, लेकिन रविवार रात नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच के एसके सिंह के निर्देश पर पांच-छह वाहनों में टीमें निम्बाहेड़ा पहुंची और वहां पंचायत समिति के सामने महावीर मेडिकल स्टोर, चन्दन चौक स्थित महादेव मेडिकल स्टोर, बापू बस्ती स्थित अमन मेडिकोज पर छापे मारकर वहां के स्टॉक की जांच की और नशे में काम आने वाली गोलियां व इंजेक्शन जब्त कर लिए। यह गोलियां और इंजेक्शन चिकित्सक की पर्ची के आधार पर सीमित मात्रा में मरीज को बेची जा सकती है पर दवा की दुकानों पर बिना पर्ची ही नशे में काम लेने के लिए यह दवाइयां बेची जा रही है। नारकोटिक्स के अधिकारियों ने जांच पूरी होने तक इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है पर सूत्रों की मानें तो टीम ने इन दुकानों से एज्प्राजोलम, ट्राइका, नेट्रावेट, डाइजोपॉम जैसे साल्ट की गोलियां व इंजेक्शन जब्त किए है।
स्मैक के आदी नशेबाजों को स्मैक की पुडिय़ा ढाई सौ से तीन सौ रूपए में उपलब्ध होती है, लेकिन नींद आदि में काम आने वाली गोलियां उन्हें चालीस से पचास रूपए में दवा की दुकानों पर आसानी से मिल जाती है। ऐसे में स्मैक का नशा करने वाले अब नशे की गोलियां लेने लगे हैं। यह गोलियां इन्हें कालाबाजारी में बेची जाती है।
औषधि नियंत्रक विभाग मौन क्यों
पत्रिका की ओर से दवा की दुकानों पर अवैध रूप से बिकने वाली नशे की गोलियों का खुलासा करने के बाद भी औषधि नियंत्रक विभाग की ओर से कहीं भी जांच नहीं की गई। जबकि पिछले दिनों बेगूं में नशा करने वाले एक युवक की खुद के इंजेक्शन लगाने से मौत हो गई थी। सूत्रों की मानें तो औषधि नियंत्रक विभाग के कार्मिक मेडिकल की दुकानों पर फेरी देकर लौट आते हैं।
इनका कहना है
मेडिकल स्टोरों पर इन दवाइयां का शेडयूल एनआरएक्स में आवक जावक का लेखा जोखा रखना पड़ता है। जिन मेडिकल स्टोर्स पर इन दवाइयों का लेखा जोखा नहीं पाया जाता, वहां कार्रवाई की जाती है। नारकोटिक्स टीम की ओर से की गई कार्रवाई की जानकारी विभाग के पास नहीं है। इस संबंध में हमें भी कुछ मेडिकल संचालकों से ही पता चला है। टीम द्वारा मेडिकल स्टोर्स की जानकारी मांगने पर उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी।
दीपाली पाठक, निरीक्षक, औषधि नियंत्रक विभाग चित्तौडग़ढ़
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