करीब दस दिन पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कार्तिक को उपचार के लिए उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया था। उसकी मां आशा पंचोली ने पुत्र के साथ जाने का निर्णय किया। चिकित्सकों ने एक बारगी आशा को रोका, लेकिन दस दिन तक खुद को संक्रमण से बचाते हुए पूरे हौसले के साथ पुत्र का उपचार कराती रही।
कार्तिक को करीब दस दिन बाद बुधवार को दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर छुट्टी देते हुए डिस्चार्ज कर चित्तौडगढ़़ में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। हालांकि उसके माता-पिता या परिवार में कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया।
वहीं दूसरी ओर प्रदेश में कोरोना के नए पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को 202 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए। इसके अलावा जयपुर में 2 तथा पाली और अलवर में एक—एक मरीज की मौत दर्ज की गई। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना से अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 4 हजार 328 मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं।