गाँव.गाँव कोविड केयर सेंटर खुलने से आएँगे सकारात्मक परिणाम
जिला कलक्टर ने गादोला का उदाहरण देते हुए बताया कि जब उन्होंने गादोला का दौरा किया तो लोगों ने गाँव के बाहर स्थित कोविड केयर सेंटर आने से मना कर दिया। इस पर उन्होंने गाँव में ही कोविड केयर सेंटर खोल दिया जिससे गाँव वाले वहीँ भर्ती होने लगे, इसका परिणाम रहे हुआ कि समय से उनकी निगरानी और इलाज हुआ और अधिकांश स्वस्थ होकर घर चले गए। उन्होंने कहा कि गांव गांव कोविड केयर सेंटर की परिकल्पना साकार हो गई तो स्थिति में बहुत बदलाव आ जाएगा। जिला कलक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि समस्त पंचायत समितियों और नगर निकायों को बजट दे दिया गया है।
जिला कलक्टर ने बैठक में सीएलजी की नियमित बैठकें करने और ग्राम स्तरीय समितियों को एक्टिवेट करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने नाराजग़ी ज़ाहिर करते हुए कहा कि अभी भी कई जगहों पर ग्राम स्तरीय समितियां एक्टिवेट नहीं है, इसलिए इन्हें तत्काल एक्टिवेट करें। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि अधिकारी जन अनुशासन पखवाड़े की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करवाएं।
पीएमओ ने कहा. जरूरतमंदों को घर.घर वितरित करें मेडिकल कीट
वीसी में पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव ने कहा कि कोरोना महामारी विकराल रूप ले चुकी हैए इस बीच कई गांवों और कस्बों में कोविड केयर सेंटर खुलने के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैंए निम्बाहेडा और गादोला इसका उदाहरण हैं, अगर सभी ने मिल कर गाँव.गाँव कोविड केयर सेंटर तैयार कर लिए तो चित्तौड़ पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बनेगा। उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वे करें और आईएलआई लक्षण वाले समस्त व्यक्तियों को मेडिकल किट घर पर ही वितरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जब हम मन से इसके लिए जुटेंगे तब ही कोरोना को रोक पाएंगे। उन्होने कहा कि जब भी किसी कोरोना रोगी की जान जाती हैए उन्हें बहुत दु:ख होता है। मरीज गम्भीर हालत में जिला अस्पताल पहुंचते हैंए तब तक उसकी हालत बहुत खराब हो चुकी होती है। अगर समय से सीएचसी या पीएचसी लेवल पर उसे समुचित इलाज मिल जाए तो उसकी जान बच सकती है।