सरकार ने स्कूलें खोलने का जो फैसला किया है, वह बिल्कुल गलत है। बाजारों में ही सामाजिक दूरी की पालना नहीं हो रही है और वयस्कों का भी पूरा टीकाकरण नहीं हुआ है। बच्चों के लिए कोरोना से बचाव को लेकर अब तक कोई वैक्सीन नहीं आई है, ऐसे में स्कूलें खुलने से कोरोना संक्रमण की आशंका बढेगी। खुद मुख्यमंत्री तीसरी लहर को लेकर चिन्ता जता चुके हैं, फिर भी सरकार द्वारा स्कूलें खोलने का निर्णय करना गलत है। स्कूलों में बच्चे ना तो मास्क पहने रहेंगे और न ही सामाजिक दूरी की पालना हो सकेगी। फिलहाल स्कूलें नहीं खुलनी चाहिए।
प्रियंका पाराशर, सेंती चित्तौडग़ढ़
राज्य सरकार खुद ही कोरोना को लेकर तीसरी लहर की लगातार आशंका जता रही है और इस लहर को बच्चों के लिए घातक माना जा रहा है, ऐसे में स्कूलें खोलने का निर्णय करना कोरोना संक्रमण को बढावा देने से कम नहीं है। छोटे बच्चों के लिए कोरोना से बचाव के लिए अब तक कोई वैक्सीन हीं नहीं आया है, ऐसे में बच्चे घरों में रहते हुए ऑन लाइन पढाई करे तो ही संक्रमण से सुरक्षित रह पाएंगे। राज्य सरकार को अपना निर्णय वापस लेते हुए पहले बच्चों के लिए वैक्सीन का इंतजाम करना चाहिए। सरकार को बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता करनी चाहिए। हम सरकार के इस निर्णय से कतई सहमत नहीं है।
पल्लवी आमेटा, मधुवन चित्तौडग़ढ़