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विधायक बोले- देवा गुर्जर हत्याकाण्ड में फर्जी तरीके से फंसाना चाहती थी पुलिस

locationचित्तौड़गढ़Published: Jun 30, 2022 03:44:36 pm

Submitted by:

santosh

बेगूं विधायक राजेन्द्रसिंह बिधूड़ी ने पारसोली थाने से डोडा चूरा चोरी मामले में सीबीआइ जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर भूख हड़ताल करने का बयान देकर सियासी हलचल पैदा कर दी है।

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बेगूं विधायक राजेन्द्रसिंह बिधूड़ी ने पारसोली थाने से डोडा चूरा चोरी मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर भूख हड़ताल करने का बयान देकर सियासी हलचल पैदा कर दी है। बिधूड़ी ने कहा है कि चित्तौड़गढ़ पुलिस उनकी हत्या करवाना चाहती है।

विधायक बिधूड़ी ने बुधवार को यहां सर्किट हाउस में मीडिया से चर्चा के दौरान यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रावतभाटा में उनको मोबाइल पर पारसोली थाने से डोडा चूरा चोरी मामले में मिली धमकी के बाद फोन करने वाले को ट्रेस कर लिया गया था, लेकिन पुलिस ने इस मामले को लेकर पूरा ड्रामा किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया, उसके माध्यम से देवा गुर्जर हत्याकाण्ड को जोड़कर पुलिस मेरी छवि खराब करना चाहती है। जबकि धमकी देने वाले ने पारसोली थाने से डोडा चूरा चोरी मामले का जिक्र किया था। थाने से डोडा चूरा चोरी मामले को दबाने के लिए पुलिस देवा गुर्जर का मामला आगे लाकर मेरी बदनामी करना चाहती है। विधायक ने कहा कि जब 2008 में वह पहली बार विधायक बने, तब से ही ड्रग्स के खिलाफ है। तीन साल से डोडा चूरा नष्ट नहीं करवाया जा रहा है।

विधायक बिधूड़ी ने कहा कि डोडा चूरा मामले में पुलिस कर्मियों की मिली भगत होने के कारण ही उन्होंने मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। इस मामले को लेकर वे मुख्यमंत्री आवास के बाहर भूख हड़ताल करेंगे। क्यों कि पुलिस डोडा चूरा चोरी मामले में लिप्त पुलिस कर्मियों को बचा रही है।

मुझे जान का खतरा
बिधूड़ी ने कहा कि चित्तौड़ पुलिस उनकी हत्या करवाना चाहती है। उनके साथ कोई भी दुर्घटना कारित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस देवा गुर्जर हत्याकाण्ड में मुझे फर्जी तरीके से फंसाना चाहती थी, इसके लिए एक पुलिस अधिकारी को चित्तौड़गढ़ से रावतभाटा भी भेजा गया था, लेकिन एटीएस ने इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। उन्होंने कहा कि कोटा से लाला गुर्जर उन्हें जान से मारने की धमकियां देता है। कई बार पुलिस को शिकायत कर चुका हूं पर कोई कार्रवाई नहीं होती। उदयपुर में हुई घटना से पहले पुलिस प्रार्थी की रिपोर्ट पर कार्रवाई कर देती तो यह घटना नहीं होती, ठीक इसी तरह वे भी बार-बार पुलिस को शिकायत कर चुके है पर पुलिस उनको दी जा रही धमकियों को गंभीरता से नहीं ले रही है।

हारे हुए को राज्यमंत्री का दर्जा क्यों
विधायक बिधूड़ी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि दो बार हारे हुए को राज्यमंत्री का दर्जा दिया जा रहा है। जिन कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिला, जिन्होंने दरी बिछाई, ऐसे कार्यकर्ताओं को राज्यमंत्री का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कलक्टर-एसपी से सरकारें नहीं बनती। सरकारें कार्यकर्ताओं से बनती है। कार्यकर्ता ही पार्टी का झण्डा उठाएगा और कार्यकर्ता ही वोट दिलवाएगा। कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होगी तो वह बूथ पर क्यों बैठेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी गई तो वे जिले में रथ यात्रा निकालेंगे।

दो घंटे में कैसे पता चला कि हवालात में डोडा चूरा है
बिधूड़ी ने कहा कि पुलिस ने थाने से डोडा चूरा चोरी मामले में गिरफ्तार किए गए दिलीप कंजर को इससे पहले शांति भंग में गिरफ्तार किया था और उसे महज दो घंटे थाने में रखा गया था, ऐसे में उसको कैसे पता चल गया कि थाने की महिला हवालात में डोडा चूरा रखा हुआ है। बिना मिलीभगत थाने से डोडा चूरा तो क्या सुई तक चोरी नहीं हो सकती। उन्होंने आरोप लगाया कि पारसोली के थाना प्रभारी को सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया गया, क्यों कि वह गुर्जर है।

उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में गुर्जर अधिकारियों को टारगेट किया जा रहा है। बिधूड़ी ने कहा कि थाने से डोडा चूरा मामले में पुलिस की सीधी मिलीभगत है। पिछले एक साल की बीटीएस निकालकर जांच की जाए तो पुलिस की अपराधियों के साथ सांठगांठ है या नहीं, इसका खुलासा हो सकता है। विधायक ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री ने पुलिस की रिवाइव बैठक में कहा था कि थाने से डोडा चूरा चोरी होना शर्म की बात है।

उन्होंने कहा कि उस समय थाने में रहे पूरे स्टाफ को निलंबित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेगूं क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने चंबल के पानी और सड़कों सहित कई सौगातें दी है,लेकिन यह विकास दो बार हारे हुए नेता को पच नहीं रहा है। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाने में चित्तौड़गढ़ के एक बड़े नेता का दलाल शामिल है। यूथ कांग्रेस महामंत्री हीरा गुर्जर के साथ गाली-गलोच का ऑडियो भी वायरल हुआ था, लेकिन उस मामले को पुलिस दबा रही है। पारसोली मामले में लोगों को धमकाया जा रहा है।

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