जीनगर पहुंचे बाड़ाबंदी में तो आक्या व ओस्तवाल पर किस लिए रही नजर
चित्तौड़गढ़Published: Aug 09, 2020 11:00:21 pm
चित्तौडग़ढ़ जिले के कपासन क्षेत्र के भाजपा विधायक अर्जुनलाल जीनगर को गुजरात भेजे जाने के बाद जिले में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। राज्य में सत्ता संग्राम के चलते रविवार को नजर जिले के शेष दो भाजपा विधायक चित्तौडग़ढ़ विधायक चन्द्रभानसिंह आक्या एवं बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल पर रही और अटकले लगती रही कि वे किसी भी समय जयपुर जा सकते है। जानकारी मिली है कि जिले के इन दो विधायकों सहित भाजपा के सभी विधायकों को मंगलवार शाम तक आवश्यक रूप से जयपुर पहुंचने के लिए कहा गया है।
मंगलवाड़ में रविवार दोपहर कार्यकर्ताओं से चर्चा करते बड़ीसादड़ी के भाजपा विधायक ललित ओस्तवाल।
चित्तौडग़ढ़. जिले के कपासन क्षेत्र के भाजपा विधायक अर्जुनलाल जीनगर को गुजरात भेजे जाने के बाद जिले में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। राज्य में सत्ता संग्राम के चलते रविवार को नजर जिले के शेष दो भाजपा विधायक चित्तौडग़ढ़ विधायक चन्द्रभानसिंह आक्या एवं बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल पर रही और अटकले लगती रही कि वे किसी भी समय जयपुर जा सकते है। जानकारी मिली है कि जिले के इन दो विधायकों सहित भाजपा के सभी विधायकों को मंगलवार शाम तक आवश्यक रूप से जयपुर पहुंचने के लिए कहा गया है। माना जा रहा है कि १४ अगस्त तक उन्हें पार्टी एक साथ ही रखेगी। गुजरात बाड़ाबंदी में नहीं भेजे गए दोनों विधायक आक्य व ओस्तवाल रविवार को अपने-अपने निवास क्षेत्र पर ही मौैजूद रहे। कार्यकर्र्ता भी ये जानने को उत्सुक रहे कि उन्हें कहीं भेजा तो नहीं जा रहा या जयपुर कब बुलाया गया है। आक्या चित्तौडग़ढ़ में मधुवन स्थित अपने निवास पर कुछ कार्यकर्ताओं से मिले। इसी तरह ओस्तवाल भी मंगलवाड़ स्थित निजी वाटिका में मौजूद रहकर वहां आने वाले कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते रहे।
जीनगर के जानेे की रही चर्चा
तीन बार विधायक निर्वाचित हो चुके अर्जुनलाल जीनगर को बाड़ाबंदी में कुछ अन्य भाजपा विधायकों के साथ गुजरात भेजे जाने की रविवार को राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा रही। कपासन विधायक जीनगर पर कौन दबाव डाल रहा था या प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था इसे लेकर भी अटकलबाजियां चलती रही। जीनगर एक बार गंगरार एवं दो बार कपासन से विधायक निर्वाचित हो चुके है।
जिले में वसुंधरा गुट का पलड़ा भारी
सत्ता संग्राम में विधानसभा का सत्र शुरू होने की तिथि १४ अगस्त नजदीक आने के साथ कांग्रेस के साथ भाजपा में भी हलचल है। भाजपा के कुछ विधायकों को अन्य राज्यों में भेजे जाने के बाद पार्टी में गुटबाजी की भी चर्चा है। जिले में चन्द्रभानसिंह आक्या व अर्जुनलाल जीनगर को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समर्र्थक गुट में तो बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नजदीक माना जाता है।