इस मामले में पुलिस ने पाली जिले के बगड़ी निवासी देवा राम (४७) पुत्र कुका राम चौधरी, पाली जिले के ही सोमोकी निवासी अनिल (२५) पुत्र हेमाराम मेघवाल, जोधपुर जिले के भोपालगढ़ थानान्तर्गत अरटिया खुर्द निवासी रामसिंह(२४) पुत्र शंकर सिंह तथा सिरोही जिले के माउंट आबू थानान्तर्गत गोरा छपरा निवासी राहुल (२५) पुत्र अशोक सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया। लूट की वारदात का मुख्य आरोपी देवाराम कर्नाटक में दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुका हैं। उसक विरुद्ध अलग-अलग थानों में 20 मामले दर्ज है। देवाराम लंबे समय से कर्नाटक में रहकर वहां की स्थानीय भाषा मे पारंगत हो गया। वहां रह रहे राजस्थानी परिवारों के बारे में भी उसे पूरी जानकारी है। पुलिस ने बताया कि रामदेव ज्वेलर्स का मालिक भी राजस्थानी ही है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ३ किलो ९०० ग्राम सोने से निर्मित आभूषण, १३ किलो ६४० ग्राम चांदी से निर्मित आभूषण, अस्सी हजार रूपए नगद, दो पिस्टल व तीन जिन्दा कारतूस बरामद किए हैं।
लुटेरों के बेगूं क्षेत्र में प्रवेश करने की जानकारी मिलते ही बेगूं पुलिस उप अधीक्षक रतनाराम देवासी, थाना प्रभारी शिवलाल मीणा अलर्ट मोड पर आ गए। पूरे घटनाक्रम की मॉनीटरिंग खुद पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत करते रहे और निर्देश देते रहे। बेगूं क्षेत्र के रास्तों से कर्नाटक और उदयपुर की पुलिस अनजान थी। ऐसे हालात में मोर्चा संभाल रहे डिप्टी देवासी व थाना प्रभारी मीणा जाप्ते सहित लुटेरों का पीछा करते रहे और खेतों में भागे लुटेरों को पकडऩे के लिए स्थानीय भाषा में किसानों को हल्ला करके समझाते रहे। किसानों ने स्थानीय पुलिस की आवाज सुनी तो लुटेरों को घेर लिया, तभी पुलिस भी हथियारों के साथ वहां पहुंच गई और लुटेरों को दबोच लिया।
इस टीम ने की कार्रवाई
लुटेरों की धर-पकड़ में किसानों के साथ ही डिप्टी देवासी व थाना प्रभारी मीणा, बेंगलुरु इलेक्ट्रॉनिक सिटी थाने के सीआई नबजे गोवड़ा, उप निरीक्षक ईश्वर, हेडकांस्टेबल सेला, मंजूनाथ, जई प्रकाश, रामनग गोवड़ा, उदयपुर से सिपाही गोविन्द सिंह, सुमित व डालाराम शामिल थे।
कर्नाटक पुलिस लुटेरों को लगातार अड़तालीस घंटे से पीछा कर रही थी। करीब अठारह सौ किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद पुलिस बेगूं क्षेत्र में पहुंच गई। प्राण घातक हमले का मामला दर्ज
बेगूं थाना प्रभारी शिवलाल मीणा ने बताया कि फायरिंग की घटना बेगूं थाना क्षेत्र में घटित होने से आरोपियों के खिलाफ आम्र्स एक्ट, प्राण घातक हमले सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
कर्नाटक पुलिस को सौंपे आरोपी
बेगूं पुलिस ने चारों आरोपियों को, उनसे बरामद आभूषण, नकदी कर्नाटक पुलिस को सौंप दिए। कर्नाटक पुलिस आरोपियों को लेकर रवाना हो गई। अब बेगूं पुलिस इन्हें प्रोडक्शन वारंट के जरिए गिरफ्तार करेगी।
लुटेरों की कार पर लगा फास्टैग पुलिस के लिए मददगार साबित हुआ। कर्नाटक पुलिस को इस फास्टैग के जरिए लुटेरों की लोकेशन मिलती रही और उसके आधार पर पुलिस इनका पीछा करती रही। यह बात भी सामने आ रही है कि लुटेरों ने अपने एक साथी को पूणे में ही कार से उतार दिया था, जिसके पास भी लूट के आभूषण बताए जा रहे हैं, इस बारे में भी कर्नाटक पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर पांचवें आरोपी का पता लगाने के प्रयास करेगी।