दीपावली से पहले उम्मीद थी कि रेलवे और स्पेशल टे्रनों को दौड़ा सकता है। लेकिन अभी एेसा नहीं हुआ। टे्रनें नहीं बढ़ाने से वेटिंग लिस्ट लम्बी है। जबकि दीपोत्सव में महज एक पखवाड़ा रह गया है। इस समय बिहार, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड समेत कई दूर-दराज राज्यों के लोग जिले में काम कर रहे है। एेसे में वह त्योहार पर अपने घर जाना चाहते है।
दीपावली से एक सप्ताह पहले ८ नवम्बर से लगाकर १२ नवम्बर के बीच वातानुकृलित एसी की श्रेणी फस्ट, सैकण्ड और थर्ड श्रेणी में ही वेटिंग का आंकड़ ५० से ६० के बीच चल रहा है। जबकि स्लीपर श्रेणी सौ के करीब पहुंच गई है। एेसे में लम्बी दूरी की टे्रनों में जगह मिलना मुश्किल हो सकता है। जिन्होंने वेटिंग में टिकट लिए है वह भी सीट मिलने को लेकर संशय में है। जिन्होंने पहले ही टिकट आरक्षित करवा लिए। वह निश्चिंत है।
कोरोना महामारी ने इस बार टे्रनों के संचालन का गणित बिगाड़ दिया है। ऑनलाइन बुकिंग कराने पर ही टे्रन में प्रवेश दिया जाएगा। एेसे में कई लोग ऑनलाइन टिकट बुक करवाने पहुंचे इससे पहले ही बुकिंग हो गई। इस बार जनरल कोच नहीं होने से भी यात्रा में मुसीबत हो रही है। बड़ी संख्या में लोग जनरल कोच में यात्रा करते हैं।