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कोरोना की छाया, घरों पर ही करनी होगी गुरू की भक्ति

locationचित्तौड़गढ़Published: Jul 04, 2020 11:31:14 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

कोरोना संक्रमण का खतरा पर्व-त्यौहारों को पारम्परिक तरीकों से मनाने की राह में बाधा बन गया है। इस बार गुरू पूजा का पवित्र पर्व गुरू पूर्णिमा पर भी रविवार को अधिकतर लोगों को घरों में रहकर ही गुरू भक्ति व पूजा करनी होगी। जिले में प्रशासन ने सभी मंदिर व धार्मिक स्थल 31 जुलाई तक बंद रखने का निर्णय किया हुआ है। ऐसे में गुरू पूर्णिमा पर भी श्रद्धालु पारम्परिक रूप से मंदिरों में पहुंच महन्त व गुरू की पूजा नहीं कर पाएंगे।

कोरोना की छाया, घरों पर ही करनी होगी गुरू की भक्ति

कोरोना की छाया, घरों पर ही करनी होगी गुरू की भक्ति

चित्तौडग़ढ़. कोरोना संक्रमण का खतरा पर्व-त्यौहारों को पारम्परिक तरीकों से मनाने की राह में बाधा बन गया है। इस बार गुरू पूजा का पवित्र पर्व गुरू पूर्णिमा पर भी रविवार को अधिकतर लोगों को घरों में रहकर ही गुरू भक्ति व पूजा करनी होगी। जिले में प्रशासन ने सभी मंदिर व धार्मिक स्थल 31 जुलाई तक बंद रखने का निर्णय किया हुआ है। ऐसे में गुरू पूर्णिमा पर भी श्रद्धालु पारम्परिक रूप से मंदिरों में पहुंच महन्त व गुरू की पूजा नहीं कर पाएंगे। जिले के कपासन क्षेत्र स्थित मुंगाणाधाम में गुरू पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालु हर वर्ष गुरू पूजा के लिए उमड़ते रहे है। चित्तौड़ दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर,, नीलकंठ महादेव मंदिर, शहर में हजारेश्वर महादेव मंदिर आदि स्थानों पर भी इस मौके पर विभिन्न आयोजन व भंडारों का आयोजन भी होता है। इस बार कोरोना गाइडलाइन के चलते ऐसा कुछ नहीं हो पाएगा। गायत्री शक्तिपीठ पर परम्परागत से मनाये जाने वाले गुरूपूर्णिमा पर्व का आयोजन इस वर्ष नही होगा। कोरोना संक्रमण से बने हालात को देखते हुए ऐसा किया गया है। गुरूपूर्णिमा को गुरू के प्रति श्रद्वा समपर्ण का यह पर्व सभी परिजन अपने अपने घर पर साधना यज्ञ एवं युग साहित्य वितरण कर मनायेगें। सांयकाल अपने घर पर दीप यज्ञ भी करेगेंर्। सांवरिया धाम बामणिया में कोरोना काल के चलते गुरू पूजा पर्व नहीं मनाया जाएगा। मंदिर के पुजारी शंकर लाल ने कहा कि इस बार सभी अपने घरों में रहकर ही धर्मध्यान करते हुए इसे मनाए। गुरू पूर्णिमा पर व्यास पूजन का भी परम्परा है। गुरू व्यास भी होता है।

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