scriptस्केटिंग कर 11 साल की बेटी दे रही लिंगभेद खत्म करने का संदेश | Skating 11 year old daughter giving message end gender discrimination | Patrika News

स्केटिंग कर 11 साल की बेटी दे रही लिंगभेद खत्म करने का संदेश

locationचित्तौड़गढ़Published: Oct 11, 2019 01:46:02 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

बालिकाओं के साथ होते भेदभाव व शिक्षा से वंचित रखनेे की परिस्थितियों को देख इस तस्वीरों को बदलने का दृढ़ संकल्प लिया उदयपुर की कक्षा छह में पढऩे वाली 11 साल की हंसिका कमोया ने।

स्केटिंग कर 11 साल की बेटी दे रही लिंगभेद खत्म करने का संदेश

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उदयपुर से दिल्ली के लिए निकली हंसिका पहुंची चित्तौडग़ढ़
चित्तौडग़ढ़. बालिकाओं के साथ होते भेदभाव व शिक्षा से वंचित रखनेे की परिस्थितियों को देख इस तस्वीरों को बदलने का दृढ़ संकल्प लिया उदयपुर की कक्षा छह में पढऩे वाली 11 साल की हंसिका कमोया ने। नन्हे सपने सृष्टि सेवा समिति के तत्वावधान में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं समाज में व्याप्त लिंगभेद को खत्म करने के लिए उदयपुर से दिल्ली तक स्केटिंग पर जन जागरूकता मिशन पर निकली 11 वर्षीय हंसिका का गुरुवार को चित्तौडग़ढ़ पहुंचने पर लोगों ने स्वागत किया। उदयपुर के सेंट्रल एकेडेमी सरदारपुरा कक्षा छह में पढऩे वाली छात्रा हंसिका प्रतिदिन ७० किलोमीटर स्केटिंग कर कुल ७२३ किलोमीटर का सफर तय कर १९ अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेगी। २० अक्टूबर को एयरटेल दिल्ली हाफ मेराथन में भाग लेगी। हंसिका चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर, अलवर होते हुए दिल्ली पहुंचेगी।सेंट्रल एकेडमी समूह इस अभियान के शैक्षणिक पार्टनर है। इस अभियान से जुटाया गया धनराशि को आदिवासी क्षेत्र की वंचित एवं गरीब परिवार की बालिकाओं की शिक्षा पर खर्च की जाएगी। प्रेरक एवं मार्गदर्शक रवि सेन ने बताया कि हंसिका स्केटिंग करते हुए दिल्ली तक जाएगी। इस दौरान उसकी सुरक्षा के लिए दो गाडिय़ां साथ चल रही है। चित्तौडग़ढ़ में सेंट्रल एकडेमी स्कूल के छात्र-छात्रओं ने लघु नाटिका, आशुभाषण एवं गीत की प्रस्तुतियां दी। इन गतिविधियों के विजेताओं को सृष्टि सेवा समिति द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सेन्ट्रल एकेडमी के प्रधानाचार्य अश्लेष दशोरा हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर प्रबंधंक अरूणा चीता, केयर इण्डिया के गजेन्द्र सिंह शेखावत, सृष्टि सेवा समिति के रवि सिंह बघेल आदी ने उपस्थित होकर हंसिका का उत्साहवर्धन किया।सेन समाज एवं इगो सैलून संचालक व समाजजनों ने कलेक्ट्रेट पर नन्हीं हंसिका का माल्यार्पण कर स्वागत किया
पांच साल की उम्र से कर रही स्केटिंग
हंसिका ने बताया कि उसका बचपन से स्केटिंग पसंद है। वह अपने बड़े भाईको स्केटिंग करते हुए देखकर पांच साल की उम्र से स्केटिंग करने लग गई। अब उसका सपना यहीं है कि देश में बेटों व बेटियों के मध्य कोई अंतर नहीं किया जाए एवं सभी को समान सुविधाएं मिले।
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