हंसिका ने बताया कि उसका बचपन से स्केटिंग पसंद है। वह अपने बड़े भाईको स्केटिंग करते हुए देखकर पांच साल की उम्र से स्केटिंग करने लग गई। अब उसका सपना यहीं है कि देश में बेटों व बेटियों के मध्य कोई अंतर नहीं किया जाए एवं सभी को समान सुविधाएं मिले।
चित्तौड़गढ़Published: Oct 11, 2019 01:46:02 pm
Nilesh Kumar Kathed
बालिकाओं के साथ होते भेदभाव व शिक्षा से वंचित रखनेे की परिस्थितियों को देख इस तस्वीरों को बदलने का दृढ़ संकल्प लिया उदयपुर की कक्षा छह में पढऩे वाली 11 साल की हंसिका कमोया ने।
स्केटिंग कर 11 साल की बेटी दे रही लिंगभेद खत्म करने का संदेश