मंडी से बाहर आते ही 35 रूपए किलो महंगा हो रहा है प्याज
चित्तौड़गढ़Published: Dec 11, 2019 10:30:51 pm
देश में लगातार प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर हर कोई परेशान है तो सरकार इसकी बढ़ती कीमतों को नियंत्रण में करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्याज की बढ़ती कीमतों के चलते रसद विभाग की टीम ने कृषि उपज मण्डी परिसर में सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण किया।
मंडी से बाहर आते ही 35 रूपए किलो महंगा हो रहा है प्याज
चित्तौडग़ढ़. देश में लगातार प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर हर कोई परेशान है तो सरकार इसकी बढ़ती कीमतों को नियंत्रण में करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्याज की बढ़ती कीमतों के चलते रसद विभाग की टीम ने कृषि उपज मण्डी परिसर में सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण किया।
टीम ने यहां पर करीब आधा दर्जन दुकानों की जांच कर वहां रखे प्याज के स्टॉक की जानकारी ली। हालांकि निरीक्षण के दौरान किसी भी दुकान में प्याज का तय सीमा से अधिक स्टॉक नहीं पाया गया। मंडी में जहां प्याज थोक भाव में 50 व 70 रुपए प्रति किलो बिक रहा वहीं खुदरा में 70 से 110 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
निरीक्षण करने वाली टीम में जिला रसद अधिकारी बीजल सुराणा, प्रर्वतन अधिकारी हितेश जोशी, निरीक्षक ज्योति खटीक, पिंकी स्र्वणकार, शिवराम चौधरी शामिल थे। निरीक्षण के दौरान मंडी सचिव संतोष मोदी भी मौजूद थे।
जिला रसद अधिकारी ने बताया कि तय सीमा से अधिक प्याज का स्टॉक नहीं हो और अधिक कीमत पर कोई प्याज नहीं बेचे, इसको लेकर निरीक्षण किया गया।
उन्होंने बताया कि थोक विक्रेता 25 मैट्रिक टन व खुदरा व्यापारी पांच मैट्रिक ट्रन तक प्याज का स्टॉक रख सकता है। निरीक्षण में किसी भी व्यापारी के यहां पांच-सात टन से अधिक प्याज नहीं मिला।
इसलिए आसमान छू रही प्याज की कीमतें
प्याज की लगातार बढ़ती कीमत का मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि इस बार फसल में खराबा अधिक होने से प्याज की आवक कम हुई है। मंडी अध्यक्ष सज्जनसिंह ने बताया प्रतिदिन एक टन प्याज की खपत हो रही है। प्याज की कीमतेें गिरने पर तीन टन तक इसकी खपत होती है। नए प्याज २०-३० रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहे है।