इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके किसी दोस्त से यहां की महिमा सुनी तो दर्शन के लिए आ गए। यहां पर उन्होंने दोपहर 2.30 बजे उत्थान झांकी के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मंदिर के भंडारे में 50 हजार की नकदी एवं मंदिर मंडल कार्यालय में दो लाख का चेक भी भेंट किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर पर कोई फिल्म निर्माण की भी इच्छा जताई। अचानक संजय दत्त के मंदिर में पहुंचने से वहां अन्य श्रद्धालुओं में एक बार तो कोतूहल की स्थिति बन गई।
सांवलिया जी मंदिर मंडल के अध्यक्ष कन्हैया दास वैष्णव ने बताया कि उदयपुर से सूचना मिली की फिल्म अभिनेता संजय दत्त व उनकी बहन प्रिया दत्त सांवलिया जी दर्शन करने पहुंच रहे हैं। इसके जानकारी गुप्त रखी जाए। इस पर संजय दत्त प्रात: 11.30 डबोक हवाई अड्डे पर उतर कर कार से 1 बजे सांवलियाजी पहुंचे। दर्शन बंद होने से उन्होंने सवा घंटे का प्रवास यहां गोकुल विश्रांति गृह में किया। इस दौरान मंदिर मंडल अध्यक्ष कन्हैया दास वैष्णव ने मंदिर इतिहास की विस्तार से जानकारी दी । इससे वे काफी प्रभावित हुए।
संजय दत्त जब मंडफिया पहुंचे उस समय भगवान के दर्शन बंद थे लगभग 2.15 बजे मंदिर मंडल के अध्यक्ष वैष्णव के साथ दत परिवार विशेष गेट से मंदिर में पहुंचे। जहां पर मंदिर के कपाट नहीं खुलने के कारण मंदिर के मुख्य भंडार की गेट पर दोनों भाई बहन बैठकर यहां प्रार्थना भी की। ठीक दोपहर 2.30 बजे उत्थान झांकी के दर्शन किए। इस दौरान मंदिर मंडल की ओर से ओसरा पुजारी ने उन्हें उपन्ना, छवि व प्रसाद भेंट किया तथा तुलसी, चरणामृत भी दिया ।
मंदिर दर्शन के बाद कुछ समय के लिए दोनों भाई-बहन ने गैलरी में बैठकर भगवान से प्रार्थना की दर्शन के बाद दत्त परिवार की ओर से 50 हजार की भेंट राशि सीधा भंडार में डाली गई तथा दो लाख का चेक कार्यालय को सौंपा गया। इस दौरान मंदिर मंडल अध्यक्ष वैष्णव के अलावा पूर्व बोर्ड सदस्य ममतेश शर्मा, रोकडिय़ा नंदकिशोर टेलर, आशीष तिवारी व मंदिर मंडल के सुरक्षाकर्मी तथा पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंच गया।
आग की तरह फैली सूचना
संजय दत्त व प्रिया दत्त के गोकुल विश्रांति ग्रह में आने की सूचना तो किसी को कानों कान नहीं थी लेकिन मंदिर में पहुंचते ही पूरे कस्बे में आग की तरह सूचना फैल गई। बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में प्रवेश कर गए मंदिर से बाहर आते आते तो स्थिति यह हो गई कि भीड़ बेकाबू हो गई कार में बैठते समय तक भी भारी हुजूम उमड़ पड़ा। इस पर संजय दत्त ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।
केवल सांवलियाजी दर्शन के लिए पहुंचे
मंडल अध्यक्ष कन्हैया दास ने बताया कि सुनील दत्त व उनकी बहन प्रिया दत्त केवल मुंबई से सांवलिया सेठ के दर्शन करने के लिए ही पहुंचे थे। बातचीत के दौरान अध्यक्ष वैष्णव को संजय दत ने बताया कि उसका एक मित्र मध्य प्रदेश का रहने वाला है उसने सांवलिया सेठ के बारे में विस्तार से जानकारी दी उसी दिन से यहां आने का मानस बना लिया था यहां से वह सीधे डबोक हवाई अड्डे पर पहुंचकर मुंबई के लिए प्रस्थान कर गए।
संयोग रहा तो फिल्म बनाएंगे
वैष्णव ने मंदिर इतिहास की जानकारी देने के बाद उनसे आग्रह किया कि इस मंदिर की ख्याति देश विदेशों में पहुंचे इसके लिए सांवलिया मंदिर से जुड़ी एक फिल्म बनाएं इस पर दत्त ने कहा कि संयोग बैठ गया तो जरूर भगवान की एक फिल्म बनाएंगे।