चित्तौडग़ढ़.निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की 25 जनवरी को प्रस्तावित रिलीज रोकने के लिए सर्वसमाज ने शनिवार को बैठक कर नए आंदोलन की रणनीति ब
क्षत्राणियां बोलीं, फिल्म रिलीज हुई तो एक दिन पहले करेंगे जौहर
– 17 जनवरी को चित्तौड़ शहर के आसपास के हाइवे करेंगे जाम
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पद्मावत फिल्म के विरोध में सर्वसमाज की बैठक
चित्तौडग़ढ़.निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की 25 जनवरी को प्रस्तावित रिलीज रोकने के लिए सर्वसमाज ने शनिवार को बैठक कर नए आंदोलन की रणनीति बनाई। जौहर क्षत्राणी मंच की महिलाओं ने फिल्म रिलीज होने पर एक दिन पहले जौहर स्थली पर जौहर करने तक की चेतावनी दे डाली। वहीं 17 जनवरी को चित्तौड़ शहर के आसपास से गुजरने वाले तीन नेशनल हाइवे जाम करने की घोषणा की गई।
सर्वसमाज की बैठक दोपहर एक बजे से जौहर भवन पर हुई। इसमें सभी समाजों, संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया। वक्ताओं ने फिल्म पद्मावत को मेवाड़ की अस्मिता से खिलवाड़ बताते हुए कहा कि यदि २५ जनवरी को फिल्म रिलीज होती है तो ये काला दिन कहलाएगा। बैठक के बाद जौहर क्षत्राणी मंच की मंजूश्री शक्तावत समेत अन्य ने कहा कि क्षत्राणियों ने जौहर की तैयारियां कर ली हैं। फिल्म को बैन करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। अब जौहर को लेकर जो पहले चेतावनी दी गई थी, वह समय अब नजदीक आ गया है।
गौरतलब हैकि सर्वसमाज की ओर से गत तीन नवंबर को चित्तौडग़ढ़ बंद तथा 17 नवम्बर को
दुर्ग पर आवाजाही बंद करने के साथ नवंबर में २२ दिन तक इस फिल्म पर रोक की मांग को लेकर धरना भी दिया गया था। आंदोलन के चलते राजस्थान कई राज्यों में फिल्म पर बैन लगा तो एक दिसंबर को प्रस्तावित रिलीज को भी टालना पड़ा।
क्रमिक आंदोलन में ये भी लिए निर्णय
– 14 जनवरी को राजसमंद के देवगढ़ में आने वाले गृहमंत्री राजनाथसिंह से भेंट कर ज्ञापन देते हुए फिल्म बैन करने की पुरजोर मांग उठाएंगे।
– 16 जनवरी को बाड़मेर में प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी के आगमन पर उनसे भेंट कर फिल्म पर बैन की मांग की जाएगी।
– 17 जनवरी को चित्तौड़ शहर के आसपास
कोटा ,
उदयपुर , भीलवाड़ा व निम्बाहेड़ा-नीमच हाइवे जाम किया जाएगा।
-24 जनवरी को जौहर क्षत्राणी मंच की ओर से जौहर करने की चेतावनी
– फिल्म रिलीज हो जाती है तो दो महीने बाद होने वाले वार्षिक जौहर श्रद्धांजलि समारोह में राजनेताओं व जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार किया जाएगा।
– आने वाले चुनाव में राजपूत समाज ही नहीं, सर्वसमाज के लोग नोटा का उपयोग करेंगे।