10वीं छात्रा ने पहले काटी नसें, विफल रही तो फंदे पर झूल गई
चित्तौड़गढ़Published: Mar 26, 2019 11:26:16 pm
शहर के ऊपरला पाड़ा क्षेत्र में दसवीं की एक स्वयंपाठी छात्रा ने पहले हाथ की नसें काटकर आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं होने पर उसने फंदे पर झूलकर जान दे दी। घटना की पुलिस जांच कर रही है। छात्रा के पिता जगदीशचन्द्र वाल्मीकि ने बताया कि सोमवार दोपहर दो बजे वह नौकरी करने सांवलियाजी धर्मशाला चले गए थे और उनकी पत्नी एक निजी चिकित्सालय में काम करनेचली गई थी।
10वीं छात्रा ने पहले काटी नसें, विफल रही तो फंदे पर झूल गई
चित्तौडग़ढ़. शहर के ऊपरला पाड़ा क्षेत्र में दसवीं की एक स्वयंपाठी छात्रा ने पहले हाथ की नसें काटकर आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं होने पर उसने फंदे पर झूलकर जान दे दी। घटना की पुलिस जांच कर रही है। छात्रा के पिता जगदीशचन्द्र वाल्मीकि ने बताया कि सोमवार दोपहर दो बजे वह नौकरी करने सांवलियाजी धर्मशाला चले गए थे और उनकी पत्नी एक निजी चिकित्सालय में काम करने
चली गई थी।
घर में उनकी १८ वर्षीय बेटी काजल अकेली थी। रात में काम से घर लौटे तो काजल फंदे पर लटकी हुई थी। पास ही एक चाकू पड़ा हुआ था। काजल के एक हाथ पर चाकू से लगाए गए कट के निशान थे। परिजन उसे फंदे से उतारकर सांवलियाजी अस्पताल लेकर आए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि काजल स्वयंपाठी छात्रा के रूप में दसवीं की परीक्षा दे रही थी। सोमवार को तीन बजे तक मोबाइल पर उसकी किसी से बात हुई थी। परिजनों ने मोबाइल फोन कोतवाली पुलिस को सौंप
दिया है।
पुलिस कॉल डिटेल के आधार पर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि काजल की आत्महत्या से पहले किन-किन से बात हुई थी। फोन पर किसी से झगड़ा भी हुआ था या नहीं।
मंगलवार को सुबह कोतवाली पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। सूचना मिलने पर पार्षद विजय चौहान सहित वाल्मीकि समाज के लोग अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने बताया कि उन्हें किसी पर भी शंका नहीं है, लेकिन काजल का मोबाइल उन्होंने जांच में सहयोग के तौर पर पुलिस को सौंप दिया है।