शहर को नगर परिषद देगी दो खेल मैदान की सौगात
चित्तौड़गढ़Published: May 14, 2022 10:30:22 pm
नगर परिषद की ओर से शहर वासियों को जल्द ही दो खेल मैदान की सौगात दी जाएगी। सभापति ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
शहर को नगर परिषद देगी दो खेल मैदान की सौगात
चित्तौडग़ढ़
नगर परिषद की ओर से शहर वासियों को जल्द ही दो खेल मैदान की सौगात दी जाएगी। सभापति ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा ने शनिवार को सेंती में बिरला अस्पताल के पीछे व भोईखेड़ा क्षेत्र में निरीक्षण कर वहां खाली पड़ी सरकारी जमीन को चिह्नित कर विकसित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। आयुक्त रविन्द्रसिंह यादव ने बताया कि, सेंती क्षेत्र में मधुवन, बापूनगर, सेगवा हाउसिंग बोर्ड आदि इलाकों से पार्षद लम्बे समय से खेल मैदान विकसित करने की मांग कर रहे थे। इसको ध्यान मे रखते हुए शनिवार को सभापति शर्मा ने अधिकारियों के साथ बिरला अस्पताल के पीछे नगर परिषद की रिक्त पड़ी भूमि को चिह्नत करते हुए वहां खेल मैदान बनाने के निर्देश दिए। सभापति ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तुरन्त ही इस भूमि पर प्लान बनाकर साफ-सफाई करवाकर चारदीवारी का निर्माण शुरू किया जाए। इसके बाद यहां नियोजित तरीके से खेल सुविधाएं विकसित करते हुए वाकिंग ट्रेक व आवश्यकता के अनुसार अन्य खेलों के लिए सुविधाएं विकसित की जाए। सभापति ने भोईखेड़ा में रिक्त पड़ी नगर परिषद की जमीन को चिह्नित करते हुए वहां उद्यान व खेल मैदान विकसित करने के निर्देश दिए। सभापति ने बताया कि भोई खेड़ा क्षेत्र काफी पुराना होकर यहां प्राचीनतम संगम महादेव का मंदिर स्थित है और चित्तौड़ के इतिहास से जुड़ा गोरा-बादल का पेनोरमा बना हुआ है। इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कार्य योजना बनाई जाएगी। इसके अलावा हरित पट्टियां भी विकसित की जाएगी। पौधारोपण कर हरियाली विकसित की जाएगी। सभापति ने क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण को हटाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। भोईखेड़ा में प्राकृतिक नाले में मिट्टी डालकर किए जा रहे अतिक्रमण को भी हटाने के निर्देश दिए, ताकि प्राकृतिक जल स्त्रोत में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो। गौरतलब है कि भोई खेडा, कीर खेड़ा इलाके में काफी आबादी निवास करती है और इस क्षेत्र में शुरू से ही अव्यवस्थित बसावट होने से यहां सुविधाओं का अभाव रहा है। इस दौरान अधिशासी अभियन्ता प्रशांत भारद्वाज, सहायक अभियन्ता मुनीर अली, कनिष्ठ अभियन्ता नरेन्द्रसिंह, हरिमोहन प्रजापति, जागृति बंसल, सहायक नगर नियोजक रिटा मीणा, सर्वेयर सोमेन्द्रसिंह, नंदकिशोर चंगेरिया, अतिक्रमण निरोधक दल के देवेन्द्र मेनारिया, किशनसिंह आदि मौजूद थे।