चित्तौड़गढ़

दुर्ग को अब भी पर्यटकों की आस

चित्तौडग़ढ़. विश्व विरासत में शुमार चित्तौड़ दुर्ग जो बारह मास पर्यटकों से गुलजार रहता था पिछले १११ दिनों यानि साढ़े तीन माह से वहां पर वीरानी पसरी हुई थी। साढ़े दिन माह के बाद अब सरकार ने सावन माह के साथ ही ६ जुलाई से इसे खोलने की स्वीकृति दी तो लगा कि अब पर्यटन व्यवसाय को पंख लगेंगे लेकिन आठ दिन बाद भी यहां पर गिनती के ही पर्यटक पहुंच रहे है।

चित्तौड़गढ़Jul 15, 2020 / 10:03 am

Avinash Chaturvedi

दुर्ग को अब भी पर्यटकों की आस

चित्तौडग़ढ़. विश्व विरासत में शुमार चित्तौड़ दुर्ग जो बारह मास पर्यटकों से गुलजार रहता था पिछले १११ दिनों यानि साढ़े तीन माह से वहां पर वीरानी पसरी हुई थी। साढ़े दिन माह के बाद अब सरकार ने सावन माह के साथ ही ६ जुलाई से इसे खोलने की स्वीकृति दी तो लगा कि अब पर्यटन व्यवसाय को पंख लगेंगे लेकिन आठ दिन बाद भी यहां पर गिनती के ही पर्यटक पहुंच रहे है। विश्व विख्यात दुर्ग अब भी पर्यटकों के लिए तरस रहा है। जहां पर सावन में देसी पर्यटकों से आबाद रहने वाले इस दुर्ग पर अब भी वीरानी सी छाई हुई है। यहां पर बिते आठ दिनों में करीब आठ सौ पर्यटक ही पहुंचे है। कोरोना संक्रमण के कारण देश में लगे लॉकडाउन के चलते वहां पुरा महत्व की ईमारतों को भी सरकार ने बंद कर दिया था। इसके बाद यहां १७ मार्च से ही यहां दुर्ग पर भी पूरी तरह से पर्यटकों की आवाजाही बंद कर दी गई। इससे जिले में पर्यटन उद्योग को भारी झटका लगा है। अब करीब १११ दिनों के बाद केन्द्र सरकार ने इसे स्वीकृति दे कर ६ जुलाई से पर्यटकों के लिए खोलने का आदेश जारी कर दिया है।
सीजन में छा गई वीरानी
मार्च, अपे्रल, मई एवं जून जुलाई माह में चित्तौडग़ढ़ दुर्ग के लिए देसी पर्यटकों का सीजन रहता है। यहां पर गुजरात महाराष्ट्र ,मध्यप्रदेश एवं पश्चिम बंगाल से हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते थे। इस बार यहां पर सीजन के समय में भी वीरानी छा गई है। प्रतिदिन करीब १०० से १५० पर्यटक ही पहुंच रहे है।
बार कोड से स्केनिंग के बाद प्रवेश
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से सभी पुरा महत्व की ईमारतों को खोलने के लिए विशेष गाइड लाइन के साथ स्वीकृति जारी की थी। ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग और दुर्ग में पर्यटकों को बुकिंग के दौरान जारी हुए बार कोड के स्केनिंग के साथ प्रवेश दिया जा रहा है।
सभी तरह के पर्यटकों होगा प्रवेश
सरकार ने दुर्ग पर देसी एवं विदेशी दोनों ही तरह के पर्यटकों के प्रवेश को स्ीकृति दी है। इसमें कोई भी ऑनलाइन बुकिंग करा सकता है।
इनका कहना है…
गत १७ मार्च से चित्तौड़ दुर्ग बंद है। जिसे ६ जुलाई से खोला गया है। इसमें बुकिंग ऑनलाइन हो रही है। इस बार पर्यटक नहीं पहुंच रहे है। बीते आठ दिनों में करीब ८०० पर्यटका पहुंचे होंगे। पूर्व में यह सख्या हजारों में रहती थी।
तिलक सिंह, फोरमेन भारतीय पुरातत्व विभाग चित्तौडग़ढ़

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