गरीब के सर्वे में बता डाले सरकारी कर्मचारियों व एपीएल के भी नाम
चित्तौड़गढ़Published: Apr 08, 2020 12:16:40 am
लॉकडाउन की स्थिति में घरों में बंद निर्धन लोगों तक सरकार ने सहायता राशि पहुंचाना तो शुरू कर दिया है लेकिन इसके अपात्र लोगों तक पहुंचने का खतरा कायम है। चित्तौडग़ढ़ नगर परिषद के सर्वे में ही गड़बड़झाला सामने आने के बाद जिला कलक्टर ने नए सिरे से सर्वे कार्य के निर्र्देश दिए। सर्वे में गरीबी का जीवन जीने के बावजूद सरकारी रिकॉर्ड में शामिल नहीं गरीबों का पता लगाना था लेकिन नगर परिषद से इसके नाम पर खानापूर्ति करना सामने आया।
गरीब के सर्वे में बता डाले सरकारी कर्मचारियों व एपीएल के भी नाम
चित्तौडग़ढ़. लॉकडाउन की स्थिति में घरों में बंद निर्धन लोगों तक सरकार ने सहायता राशि पहुंचाना तो शुरू कर दिया है लेकिन इसके अपात्र लोगों तक पहुंचने का खतरा कायम है। चित्तौडग़ढ़ नगर परिषद के सर्वे में ही गड़बड़झाला सामने आने के बाद जिला कलक्टर ने नए सिरे से सर्वे कार्य के निर्र्देश दिए। सर्वे में गरीबी का जीवन जीने के बावजूद सरकारी रिकॉर्ड में शामिल नहीं गरीबों का पता लगाना था लेकिन नगर परिषद से इसके नाम पर खानापूर्ति करना सामने आया। जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने बताया कि सर्वे सूची ३१ मार्च को मिलनी थी लेकिन वे सोमवार को मिली। शिकायत पर जांच कराई तो पता चला कि उसमें सरकारी कर्मचारियों व एपीएल लोगों के नाम भी शामिल कर लिए गए थे। इस मामले में कार्रवाई शुरू करने के साथ नए सिरे से सर्वे कराया जा रहा है। सरकार ने लॉकडाउन की स्थिति प्रत्येक गरीब व्यक्ति के खाते में ढाई हजार रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की है। बीपीएल, स्टेट बीपीएल एवं अत्योदय योजना में चयनित व्यक्तियों के अलावा कोई अन्य गरीब व्यक्ति सहायता से वंचित नहीं रह जाए इसके लिए सभी पंचायत समितियों एवं नगरीय निकायों को अपने-अपने क्षेत्र में सर्वे कर ३१ मार्च तक रिपोर्ट देनी थी। जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में जरूरतमंद 91108 लोगों को राज्य सरकार के स्तर पर एवं 4342 लोगों को जिला स्तर से एक-एक हजार की अनुग्रह राशि की प्रथम किश्त का आन लाईन भुगतान किया जा चुका है। इसमें से 339 लोगों को बैेक खाता नहीं होने से नकद भुगतान किया जाएगा। पात्र व्यक्तियों को द्वितीय किश्त 1500 रूपये का भूगतान जल्दी ही किया जायेगा। उन्होंने बताया कि चित्तौडग़ढ़ नगर परिषद से सर्वे सूची मिलते ही यहां भी पात्र लोगों को पहली किश्त की राशि तुंरत खातों में पहुंचा दी जाएगी। इधर, इस मामले में नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा ने कहा कि उन्हें सर्वे में किसी तरह की गड़बड़ी की कोई जानकारी नहीं है। ये कार्य प्रशासनिक स्तर पर ही हो रहा था। सभी पार्षदों से ये कहा गया था कि अपने क्षेत्र में वंचित गरीब लोगों का पता लगा उस बारे में जमादार को जानकारी दे दे ताकि कोई गरीब सहायता से छूट नहीं पाए।
नए सिरे से शहर में सर्वे
चित्तौडग़ढ़ नगर परिषद की सर्वे सूची के बारे में शिकायत मिली थी। जांच हुई तो पता चला कि उसमें सरकारी कर्मचारियों व अपात्र लोगों के भी नाम जोड़ दिए गए थे। मामले में कार्रवाई शुरू करने के साथ नए सिरे से शहर में ये सर्वे सूची तैयार कराई जा रही है।
चेतन देवड़ा, जिला कलक्टर, चित्तौडग़ढ़