बाद में आरोपी ने बालिका को लहूलुहान की हालत में वापस गांव लाकर छोड़ दिया। बालिका ने परिजनों को खुद के साथ हुई घटना के बारे में बताया। इस पर आक्रोशित लोगों ने आरोपी युवक की मौके पर ही धुनाई कर दी। वह मौका पाकर वहां से भाग छूटा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। पुलिस की कई टीमों का गठन कर आरोपी की तलाश शुरू की गई।
आरोपी के पास न तो मोबाइल था और न ही कोई वाहन, ऐसे में उसकी तलाश करना पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। इसके बावजूद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी के छिपने के कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन पता नहीं चल पाया। पुलिस की टीमें दिन-रात इधर से उधर आरोपी की तलाश में भाग-दौड़ करती रही। सूचना मिली कि आरोपी चोसला गांव में छिपा हुआ है पर पुलिस वहां पहुंची, इससे पहले ही आरोपी वहां से भाग छूटा। मंगलवार को पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि आरोपी भीलवाड़ा जिले के पीपली गांव में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस ने पीपली गांव पहुंचकर आरोपी को डिटेन कर लिया। उसे पारसोली थाने लाया गया, जहां पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि पिछले माह 22 अप्रेल को बस्सी थाना क्षेत्र के एक गांव में परिजनों के साथ विवाह समारोह में आई तीन साल की बालिका की बलात्कार के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव कुएं में फेंक दिया गया था। इस मामले में भी पुलिस ने चौबीस घंटे में आरोपी को गिरफ्तार ही नहीं किया, बल्कि सात दिन में उसके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र भी पेश कर दिया। इस मामले में अगली सुनवाई २३ मई को होनी है।