केस-१: राशमी ब्लॉक के राउमावि पहुंना स्कूलों में १२ बच्चे थे जिसमें पांच प्रथम श्रेणी, सात द्वितीय श्रेणी से पास हुए। एक बच्चे ने ८२.६० अंक हासिल कर जिले में बालक वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया।यहां पर वाणिज्य वर्ग में स्टाफ नहीं होने पर संस्था प्रधान ने अपने स्टाफ लगाने के साथ अन्य शिक्षकों ने पढ़ाया और बच्चों ने स्वयं अध्ययन कर यह मुकाम हासिल किया।
केस-२: निम्बाहेड़ा ब्लॉक में राउमावि कनेरा में वाणिज्य वर्ग में आठ बजे थे जिसमें सात प्रथम श्रेणी व एक द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुआ।यहंा पर वाणिज्य वर्ग में पूरा स्टाफ नहीं था, उसके बाद भी शत प्रतिशत परिणाम हासिल किया।
केस-३: भदेसर ब्लॉक में राउमावि कनौज ने १२वीं कला व वाणिज्य वर्ग में शत प्रतिशत परिणाम रहा जिसमें अंग्रेजी, भूगोल अर्थशास्त्र, राउमावि आकोला कलां का १०वीं शत प्रतिशत परिणाम जबकि यहां विज्ञान, अंग्रेजी का पद रिक्त, राउमावि मंडफिया का शत प्रतिशत जबकि यहां पर बहीखाता, अर्थशास्त्र व गणित के पद रिक्त थे।
शंातिलाल सुथार, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चित्तौडग़ढ़