scriptदंपती व बेटी की एक साथ उठी अर्थियां तो रो पड़ा पूरा गांव | The whole village wept when the couple and daughter got together | Patrika News

दंपती व बेटी की एक साथ उठी अर्थियां तो रो पड़ा पूरा गांव

locationचित्तौड़गढ़Published: Dec 13, 2020 10:23:26 pm

Submitted by:

jitender saran

चित्तौडग़ढ़ जिले के निकुंभ थाना क्षेत्र में सार्दुल खेड़ा के निकट शनिवार को हुई ट्रेलर-जीप दुखान्तिका में मृत लोगों के शव रविवार को जैसे ही उनके गांवों में पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया। हर तरफ चीख और चीत्कार के अलावा कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। मध्यप्रदेश के घासेला गांव में दंपती व बेटी की एक साथ तीन अर्थियां निकली तो पूरा गांव रो पड़ा।

दंपती व बेटी की एक साथ उठी अर्थियां तो रो पड़ा पूरा गांव

दंपती व बेटी की एक साथ उठी अर्थियां तो रो पड़ा पूरा गांव

चित्तौडग़ढ़
शनिवार को दुर्घटना में घासेला निवासी लाइनमैन अम्बालाल, उनकी पत्नी राजकंवर व पुत्री रेखा की मौत हो गई थी। रविवार को निकुंभ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पोस्टमार्टम के बाद शव घासेला के लिए रवाना कर दिए गए। दोपहर में जैसे ही दंपती व बेटी के शव घासेला गांव पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया। हर तरफ चीख और चीत्कार के अलावा कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। दुर्घटना में अंबाराम का पूरा परिवार उजड़ गया। घासेला गांव में पहली बार एक साथ तीन अर्थियां उठी तो हर किसी की आंखे नम हो गई। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। गांव के किसी भी घर में रविवार को चूल्हा तक नहीं जला। उधर हादसे में मृत आक्या कलां गांव निवासी शंकरलाल व जीप चालक जितेन्द्र की एक साथ अर्थियां उठी तो माहौल गमगीन हो गया। महिलाएं और बच्चे मकान की छतों पर चढकर शव यात्रा देेखने लगे। हंसते-खेलते परिवारों में ऐसा मातम पसरा जिसकी कभी दूर तक उम्मीद तक नहीं थी। करीब दो हजार की आबादी वाले गांव के हर किसी व्यक्ति की जबान पर एक ही चर्चा थी कि भगवान किसी के साथ ऐसा नहीं करे।
प्रशासन के अधिकारी पहुंचे
शव दोपहर में गांव पहुंचे। इसके पहले एसडीएम आलोचट राजेंद्र शुक्ला, ताल तहसीलदार स्वाति तिवारी, ताल के प्रभारी थाना अधिकारी अमित सारस्वत, पटवारी रमेश सोलंकी सहित अन्य लोग वहां पहुंचे। प्रशासन की तरफ से मृतक चालक जितेंद्र पुत्र शंभूलाल के परिवार को पांच हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता प्रदान की गई। दोनों परिवारों के घरों के बीच कुछ मकानों की ही दूरी थी। इसलिए दोपहर में जब शवयात्रा एक साथ ही निकली।
बेटे और बेटी की शादी कर विदा हो गए पिता
ताल के हायर सैकण्डरी स्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत शंकरलाल ने अपनी बेटी और बेटे की शादी 7 दिसंबर को ही संपन्न कराई। बेटे और बेटी की शादी के बाद खुशी जताने और सांवलिया जी के दर्शन करने की उनकी इच्छा पूरी नहीं हो सकी। यह जरुर हुआ कि उन्होंने बेटे और बेटी की शादी कर दी और अपने पिता के कर्ज से मुक्त होकर इस दुनिया से चले गए। हाल ही में उनके जिन बेटे और बेटी की शादी हुई वे भी इस दुर्घटना में घायल हुए हैं।
विधायक ने की आर्थिक सहायता की मांग
मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय विधायक मनोज चावला ने मध्यप्रदेश व राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दुर्घटना में मृतकों के आश्रितोंं को दस-दस लाख रूपए व घायलों को पांच-पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

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