प्रशासन के अधिकारी पहुंचे
शव दोपहर में गांव पहुंचे। इसके पहले एसडीएम आलोचट राजेंद्र शुक्ला, ताल तहसीलदार स्वाति तिवारी, ताल के प्रभारी थाना अधिकारी अमित सारस्वत, पटवारी रमेश सोलंकी सहित अन्य लोग वहां पहुंचे। प्रशासन की तरफ से मृतक चालक जितेंद्र पुत्र शंभूलाल के परिवार को पांच हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता प्रदान की गई। दोनों परिवारों के घरों के बीच कुछ मकानों की ही दूरी थी। इसलिए दोपहर में जब शवयात्रा एक साथ ही निकली।
शव दोपहर में गांव पहुंचे। इसके पहले एसडीएम आलोचट राजेंद्र शुक्ला, ताल तहसीलदार स्वाति तिवारी, ताल के प्रभारी थाना अधिकारी अमित सारस्वत, पटवारी रमेश सोलंकी सहित अन्य लोग वहां पहुंचे। प्रशासन की तरफ से मृतक चालक जितेंद्र पुत्र शंभूलाल के परिवार को पांच हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता प्रदान की गई। दोनों परिवारों के घरों के बीच कुछ मकानों की ही दूरी थी। इसलिए दोपहर में जब शवयात्रा एक साथ ही निकली।
बेटे और बेटी की शादी कर विदा हो गए पिता
ताल के हायर सैकण्डरी स्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत शंकरलाल ने अपनी बेटी और बेटे की शादी 7 दिसंबर को ही संपन्न कराई। बेटे और बेटी की शादी के बाद खुशी जताने और सांवलिया जी के दर्शन करने की उनकी इच्छा पूरी नहीं हो सकी। यह जरुर हुआ कि उन्होंने बेटे और बेटी की शादी कर दी और अपने पिता के कर्ज से मुक्त होकर इस दुनिया से चले गए। हाल ही में उनके जिन बेटे और बेटी की शादी हुई वे भी इस दुर्घटना में घायल हुए हैं।
ताल के हायर सैकण्डरी स्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत शंकरलाल ने अपनी बेटी और बेटे की शादी 7 दिसंबर को ही संपन्न कराई। बेटे और बेटी की शादी के बाद खुशी जताने और सांवलिया जी के दर्शन करने की उनकी इच्छा पूरी नहीं हो सकी। यह जरुर हुआ कि उन्होंने बेटे और बेटी की शादी कर दी और अपने पिता के कर्ज से मुक्त होकर इस दुनिया से चले गए। हाल ही में उनके जिन बेटे और बेटी की शादी हुई वे भी इस दुर्घटना में घायल हुए हैं।
विधायक ने की आर्थिक सहायता की मांग
मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय विधायक मनोज चावला ने मध्यप्रदेश व राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दुर्घटना में मृतकों के आश्रितोंं को दस-दस लाख रूपए व घायलों को पांच-पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय विधायक मनोज चावला ने मध्यप्रदेश व राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दुर्घटना में मृतकों के आश्रितोंं को दस-दस लाख रूपए व घायलों को पांच-पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।