आरोपी भरत व उसके चालक प्रताप ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि युवती उसे फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी दे रही थी। इस पर चालक के साथ मिलकर उसने युवती की हत्या करने की योजना बना ली। १६ अप्रेल के दिन आरोपी ने युवती को मांगरोल चौराहे पर बुलाया। युवती के वहां पहुंचने पर आरोपी भरत ने उसे गाड़ी में बिठा लिया और बाद में ओछड़ी टोल नाका होते हुए उसे घाटा क्षेत्र के एक तालाब के पास ले गए। वहां रात्रि करीब आठ बजे भरत ने युवती को सुलाकर उसके मुंह में विषाक्त गोलियां डाल दी और कुछ देर मुंह बंद करने के बाद उसे पानी पिला दिया। विषाक्त के प्रभाव से जब युवती अचेत हो गई तो रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी युवती के शव को पालछा गांव के जंगल में ले गए और वहां पहले ही खुद गहरे गड्ढे में शव को डालकर ऊपर मिट्टी डाल दी। इस काम मे रात के करीब बारह बज गए। इसके बाद दोनों आरोपी वहां से हमीरगढ़ की तरफ चले गए। इससे पहले आरोपी ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया था कि उसने युवती को ओछड़ी टोल नाके के पास गाड़ी से उतार दिया था। पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवाने के बाद आरोपियों से पूछताछ की तो सारा घटनाक्रम सामने आ गया।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस पालछा व सेमलिया गांव के जंगल में पहुंची और युवती का गड़ा हुआ शव बाहर निकलावाकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया।
आरोपी बोले, रूपए ऐंठ रही थी
आरोपी भरत धाकड़ ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि युवती अवैध संबंधों के कारण उससे तीन लाख रूपए ऐंठ चुकी थी और अब एक लाख रूपए की और मांग कर रही थी। बार-बार रूपए मांगने और ब्लेकमैल करने के कारण उसने युवती की हत्या करने की योजना बना ली और हत्या कर शव को गाड़ दिया।
मामले की जानकारी मिलने के बाद विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या व भाजपा नेता प्रवीण सिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे और लापवाही बरतने का आरोप लगाते हुए विजयपुरा थाना प्रभारी अशोक मीणा को लाइन हाजिर करने की मांग करने लगे। आक्या की शिकायत के बाद कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक हिम्मतसिंह देवल ने थाना प्रभारी मीणा को लाइन हाजिर कर दिया है। मामले की जांच पारसोली थाना प्रभारी संजय गुर्जर को सौंपी गई है। विजयपुर थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
मामले की जानकारी मिलने पर उपखण्ड अधिकारी रीता वशिष्ठ, पुलिस उप अधीक्षक एससी एसटी सैल लाभूराम विश्नोई सहित बस्सी, पारसोली, गंगरार व पुलिस लाइन से पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
मौके पर पहुंचे विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने आरोप लगाया कि आरोपी भरत धाकड़ सरपंच पति होकर उसका राजनीतिक दल से संबंध है। इसलिए विजयपुर थाना प्रभारी ने राजनीतिक दबाव के चलते मृतका के पिता द्वारा गुमशुदगी रिपोर्ट देने के बावजूद इतने दिन तक कार्रवाई नहीं की। आक्या ने कहा कि राज्य में हत्या, बलात्कार और महिला उत्पीडऩ के मामले लगातार बढ रहे हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है।